NEW DELHI. चीन ने एक बार फिर युनाइटेड नेशन में भारत को करारा झटका दिया है। 26/11 हमले को अंजाम देने वाले आतंकी साजिद मीर को ग्लोबल आतंकवादी घोषित करने की भारत की मंशा पर पानी फेरते हुए चीन ने इस प्रस्ताव को वीटो कर खारिज कर दिया है।
मुंबई हमलों का आरोपी है साजिद मीर
आतंकवादी साजिद मीर 26/11 के मुंबई हमलों में वांछित है। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) ने 2008 में आतंकियों को मुंबई भेजकर इन हमलों को अंजाम दिया था। इस दौरान आतंकियों ने होटल, अस्पताल, कैफे, रेलवे स्टेशन समेत कई जगहों को निशाना बनाया था, जिसमें 170 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
आपको बता दें कि बीते साल सितंबर में चीन ने यूनाइटेड नेशन में लक्ष्कर-ए-तैयबा के साजिद मीर को ग्लोबल आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव को होल्ड पर डाल दिया था। अब इस प्रस्ताव को चीन ने खारिज कर दिया है। मीर भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में से एक है। वो 26/11 हमले में भी शामिल था। अमेरिका की सरकार ने उसपर पांच मिलियन डॉलर का ईनाम रखा हुआ है। इसी महीन पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधक अदालत ने साजिद मीर को टेरर फाइनेंसिंग से जुड़े मामले में 15 साल कैद की सजा सुनाई है।
अमेरिका ने जारी किया था अरेस्ट वारेंट
21 अप्रैल 2011 को मीर पर यूनाइटेड स्टेट्स डिस्ट्रिक्ट कोर्ट समेत कई कोर्ट ने चार्ज फ्रेम किए थे। उस पर विदेशी सरकार की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की साजिश रचने, आतंकवादियों को सहायता देने, अमेरिका के बाहर एक नागरिक की हत्या करना और सार्वजनिक स्थानों पर बमबारी का आरोप लगाया था। मीर के खिलाफ अमेरिका ने 22 अप्रैल, 2011 को अरेस्ट वारेंट जारी किया था।
पहले मसूद अजहर को लेकर भी अड़ा था चीन
चीन ने इससे पहले भी आतंकवाद के खिलाफ भारत व अन्य देशों के प्रस्तावों को पारित करने में अड़ंगे डाले हैं। पिछले महीने उसने जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के भाई और पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन के एक वरिष्ठ नेता अब्दुल रऊफ अजहर को ब्लैकलिस्ट करने के लिए अमेरिका समर्थित प्रस्ताव पर तकनीकी रोक लगवा दी है। इससे पहले मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी करार देने के प्रस्ताव में भी वह बाधक बना था।