NEW DELHI. जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने 9 नवंबर को देश के 50वें CJI के रूप में शपथ ली। चीफ जस्टिस बनने के बाद उन्होंने साफ कर दिया कि वे आम आदमी के हित में काम करेंगे। चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने एक सफाई कर्मचारी के खिलाफ याचिका लगाने पर तमिलनाडु सरकार को फटकार लगाई। तमिलनाडु सरकार की इस याचिका को खारिज करते हुए चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि ये क्या हो रहा है? राज्य सरकार एक सफाईकर्मी के खिलाफ अपील में यहां तक आई है? इतनी शक्तिशाली सरकार और एक अदने से सफाई कर्मचारी के खिलाफ यहां तक आ गई गई? यह खेदजनक है। मद्रास हाईकोर्ट ने हाल ही में एक सरकारी स्कूल में पार्टटाइम जॉब कर रहे सफाई कर्मचारी को स्थाई नियुक्ति में मिलने वाला लाभ देने का आदेश दिया था। इसके खिलाफ तमिलनाडु सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर दी।
जब मामला चीफ जस्टिस की बेंच के सामने आया तो उन्होंने कहा कि एक आदमी ने 22 साल तक स्कूल में अपनी सेवा दी। 22 साल बाद जब वो घर लौट रहा है तो वो बिना किसी पेंशन, ग्रेच्युटी के। ये हमारे समाज का सबसे निचला स्तर है। हैरत है कि सरकार एक सफाई कर्मचारी के खिलाफ कोर्ट आ रही है।
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सीजेआई चंद्रचूड़ बोले- आम आदमी के हित में काम करेंगे
जस्टिस चंद्रचूड़ ने 9 नवंबर को सीजेआई का पद संभाला। सबसे पहले उन्होंने कोर्ट परिसर में स्थित बापू की प्रतिमा पर पहुंचकर पुष्पांजलि दी। इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया कि वे आम आदमी के हित में काम करेंगे। इसके बाद चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ अपने चेंबर में गए। यहां उन्होंने राष्ट्रध्वज को नमन किया। इस दौरान उनकी पत्नी भी साथ थीं। CJI के रूप में, जस्टिस चंद्रचूड़ का कार्यकाल 10 नवंबर 2024 तक दो साल का होगा।