हिमाचल में बादल फटने और लैंडस्लाइड की घटनाओं में 52 लोगों की मौत, शिमला में शिव मंदिर में 25 दबे, सोलन में 7 लोगों की मौत

author-image
Chandresh Sharma
एडिट
New Update
हिमाचल में बादल फटने और लैंडस्लाइड की घटनाओं में 52 लोगों की मौत, शिमला में शिव मंदिर में 25 दबे, सोलन में 7 लोगों की मौत

Shimla. हिमाचल प्रदेश में दो दिन से भीषण बारिश का दौर जारी है। बादल फटने, लैंड स्लाइड और बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 52 लोगों की मौत हो चुकी है। दूसरी तरफ बारिश जारी रहने से राहत और बचाव कार्य में भी दिक्कतें खड़ी हो रही हैं। मौसम विभाग राज्य में 16 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी कर चुका है। 



भूस्खलन के चलते मलबे मे दबकर 25 की मौत



शिमला के समरहिल में शिव बावड़ी मंदिर बारिश के चलते हुए भूस्खलन की चपेट में आ गया। बताया जा रहा है कि 25 से ज्यादा लोग मलबे में दबे हुए हैं। अभी तक 2 बच्चों समेत 6 शव मलबे से बाहर निकाले जा चुके हैं। बाकी की तलाश जारी है लेकिन तेज बारिश की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में कठिनाई हो रही है। पहाड़ी से अभी भी पत्थर गिर रहे हैं। एसडीआरएफ, आईटीबीपी, पुलिस के साथ-साथ स्थानीय लोग भी रेस्क्यू में जुटे हुए हैं। 




  • यह भी पढ़ें 


  • कारम डैम को फूटे हुआ 1 साल, 100 करोड़ रुपए डूबे, खाली पड़ा हुआ है डैम, ना किसी पर हुआ केस और ना किसी को मिली सजा



  • मलबे में दबे लोग लगा रहे फोन



    स्थानीय निवासी किशोर ठाकुर का कहना है कि उनके 4 भतीजे मंदिर के अंदर फंसे हुए हैं। कुछ लोगों का कहना है कि मंदिर के अंदर से फंसे लोगों के फोन आए हैं। यह सच है या अफवाह यह नहीं बता सकता। हर साल मंदिर में 15 अगस्त को भंडारा होता है और आज सावन सोमवार था, उनके भतीजे समेत 6-7 लोग खीर बनाने में जुटे थे। 



    सीएम भी घटनास्थल पहुंचे



    भूस्खलन की घटना के खबर मिलने पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन मलबे को हटाने के लिए काम कर रहा है। फंसे हुए लोगों को निकाला जा रहा है। सीएम के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने कि 10 से 15 लोगों के फंसे होने की संभावना व्यक्त की है। इधर सीएम ने इस घटना के चलते इस साल स्वतंत्रता दिवस समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थगित करने की बात कही है, समारोह में केवल ध्वजारोहण किया जाएगा फिर मृतकों को श्रद्धांजली दी जाएगी। 



    सड़क के लिए काटे जा रहे पहाड़ इसलिए तबाही



    उद्योग विभाग के भू विज्ञानी अतुल शर्मा का कहना है कि सड़कों के लिए हिमाचल में पहाड़ों की वर्टिकल कटिंग की जा रही है। जिसके कारण बारिश में तबाही ज्यादा हो रही है। चंडीगढ़ मनाली, और चंडीगढ़ शिमला फोरलेन के किनारे इसी से ज्यादा नुकसान हुआ। उन्होंने बताया कि शिमला और सोलन में चिकनी मिट्टी ज्यादा है, जो ज्यादा बारिश से फूलकर भूस्खलन की संभावना बढ़ाती है। 



    सोलन में एक ही परिवार के 7 की मौत



    इधर सोलन में भी भूस्खलन के चलते बड़ा हादसा हो गया। जादोन गांव में बादल फटा जिसके बाद एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत हो गई। देर रात परिवार का दो घर पानी के बहाव में बह गए। जिसमें 3 लोग लापता है। उधर मंडी में भी भूस्खलन की चपेट में आए 6 लोगों की मौत हो गई। 


    Cloudburst in Himachal 31 killed in landslide 25 buried in Shiv temple 7 killed in Solan हिमाचल में बादल फटा लैंड स्लाइड में 31 लोगों की मौत शिव मंदिर में 25 दबे सोलन में 7 लोगों की मौत