New Delhi : दिल्ली की नई नवेली मुख्यमंत्री आतिशी के सरकारी आवास को सील कर उनका सामान निकालकर बाहर कर दिया गया है। सीएम से चाबियां भी ले ली गई हैं। फ्लैग स्टाफ रोड पर स्थित यह आवास अरविंद केजरीवाल के पास था। उन्होंने 4 अक्टूबर को ही यह घर खाली किया था। दो दिन पहले ही आतिशी इस घर में शिफ्ट हुई थीं।
आवास बीजेपी नेता को देने की तैयारी
अब इस मामले में सियासी बवाल मच गया है। पीडब्ल्यूडी के अफसरों का कहना है कि नियम के मुताबिक घर का हैंडओवर नहीं हुआ था। आतिशी के पास घर की चाबियां तो थीं, पर उसे अलॉट करने के आधिकारिक डॉक्यूमेंट उनके पास नहीं थे। इस पूरे मामले में सीएमओ ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के कहने पर उपराज्यपाल ने आतिशी का सामान जबरन घर से बाहर निकलवाया है। यह आवास अब किसी बड़े बीजेपी नेता को देने की तैयारी की जा रही है।
तीन अधिकारियों को थमाया नोटिस
इधर, विजिलेंस विभाग ने तीन अधिकारियों को शो-कॉज नोटिस जारी किया है, जिनमें अरविंद केजरीवाल के विशेष सचिव भी शामिल हैं। इन अफसरों से पूछा गया है कि उन्होंने पीडब्ल्यूडी को चाबियां क्यों नहीं सौंपी, जबकि इसके लिए पहले से निर्देश दिए गए थे।
बीजेपी ने कहा- आतिशी के पास पहले से बंगला
मामले में बीजेपी की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, केजरीवाल का "शीश महल" आखिरकार सील हो गया है। इस बंगले में कई राज छिपे हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि आतिशी को पहले से बंगला आवंटित किया गया था, फिर वह केजरीवाल का बंगला कैसे ले सकती हैं?
17 सितंबर को दिया इस्तीफा
आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल अब लुटियंस दिल्ली के फिरोजशाह रोड स्थित बंगला नंबर-5 में शिफ्ट हो गए हैं। यह बंगला आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल को आवंटित है। मित्तल ने कहा कि केजरीवाल गेस्ट के तौर पर उनके घर में रह रहे हैं। केजरीवाल ने 17 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। इसी के साथ सभी सरकारी सुविधाएं छोड़ दी थीं। AAP ने केंद्र सरकार से उनके लिए नेशनल पार्टी प्रमुख के तौर पर आवास मुहैया कराने की मांग की थी, पर अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है।
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