NEW DELHI. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चीन की तारीफ की है। उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया है कि चीन शांति का पक्षकार है। उन्होंने कई उदाहरणों के जरिए अपनी बात को समझाने की कोशिश की। उन्होंने चीन की रणनीति का जिक्र किया, उसके द्वारा किए गए विकास की बात की है और पश्चिमी देशों की विचारधारा पर भी विस्तार से बताया है। 9/11 के हमले के बाद अमेरिका ने बाहरी लोगों को नौकरी देना कम कर रहा था, तब चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने सद्भाव को बढ़ाने का काम किया। भारत में विपक्षी पार्टियों, नेताओं और लोकतांत्रिक संस्थाओं की दिक्कतों का जिक्र किया।
भारत में मेरे फोने की जासूसी होती है
राहुल ने कहा, मेरे फोन की जासूसी होती है। विपक्ष के खिलाफ केस दर्ज किए जाते हैं। भारत में विपक्षी नेता के तौर पर यह एक ऐसा दबाव है, जो लगातार झेलना पड़ता है। मैं भारत जोड़ो यात्रा लेकर कश्मीर गया तो सुरक्षाकर्मी बोले- आप कश्मीर में पैदल नहीं चल सकते। आप पर हैंड ग्रेनेड से हमला हो सकता है। इसके बावजूद मैंने कश्मीर के अलग-अलग जिलों में अपनी यात्रा जारी रखी। जम्मू-कश्मीर तथाकथित हिंसक जगह है। मैं कश्मीर के पुलवामा में उस जगह पर भी गया, जहां सेना के 40 जवान शहीद हुए थे।
ये खबर भी पढ़ें...
देश मे राजनीतिक नेताओं के फोन में पेगासस है
राहुल ने कहा, बड़े पैमाने पर राजनीतिक नेताओं के फोन में पेगासस है। मेरे फोन में भी पेगासस था। मुझे इंटेलिजेंस अफसरों ने बुलाकर कहा था कि आप फोन पर जो कुछ भी कहें, बेहद सतर्क होकर कहें, क्योंकि हम इसे रिकॉर्ड कर रहे हैं। यह एक ऐसा दबाव है, जो हम महसूस करते हैं।
मेरे खिलाफ कई क्रिमिनल केस दर्ज किए गए हैं
उन्होंने कहा, विपक्ष के खिलाफ केस दर्ज किए जाते हैं। मेरे खिलाफ कई क्रिमिनल केस दर्ज किए गए हैं, लेकिन ये केस ऐसी चीजों के लिए दर्ज किए गए, जो आपराधिक नहीं थीं। जब देश में मीडिया और लोकतांत्रिक ढांचे पर इस तरह का हमला हो रहा हो तो विपक्ष के तौर पर आपके लिए लोगों से बात करना मुश्किल हो जाता है।
संसद, स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका होते जा रहे हैं विवश
उन्होंने कहा, लोकतंत्र के लिए जरूरी ढांचा संसद, स्वतंत्र प्रेस, न्यायपालिका होते हैं। आज यह सब विवश होते जा रहे हैं। इसलिए हम भारतीय लोकतंत्र के मूल ढांचे पर हमले का सामना कर रहे हैं। भारतीय संविधान में भारत को राज्यों का संघ बताया गया है। उस संघ को बातचीत की जरूरत है। यह वह बातचीत है जो खतरे में है। आप देख सकते हैं तस्वीर जो संसद भवन के सामने की है। विपक्ष के नेता कुछ मुद्दों पर बात कर रहे थे और उन्हें जेल में डाल दिया गया। ऐसा 3 या 4 बार हुआ है। जो हिंसक था।
First foreign agents target us!
Then our own targets us on a foreign land!
Rahul Gandhi’s speech at Cambridge was nothing but a brazen attempt to denigrate our country on foreign soil in the guise of targeting Adarniya PM Shri @narendramodi ji.
Thread
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 3, 2023
राहुल के बयान के बाद बीजेपी हुई हमलावर
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल के बयान के बाद बीजेपी अब उन पर हमलावर हो गई है। बीजेपी नेता हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि पहले विदेशी एजेंट हमें टारगेट करते हैं। फिर हमारे अपने ही विदेशी जमीन पर हमें निशाना बनाते हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंता ने कहा कि कैम्ब्रिज में राहुल गांधी की स्पीच कुछ नहीं बल्कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को निशाना बनाने की आड़ में विदेशी जमीन पर हमारे देश को बदनाम करने का प्रयास है। बीजेपी के नेता आरएस प्रसाद भी राहुल पर निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने ने कहा कि यह राहुल गांधी का असली चेहरा है। वह जब भी विदेश जाते हैं, भारत का अपमान करते हैं। वह हमेशा ऐसा करते हैं। वह चीन को सद्भावना का प्रतीक बताते हैं। देश को उनका असली चेहरा देखना चाहिए। हम उनके इस बचकाने बयान की निंदा करते हैं।