NEW DELHI. मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A में कांग्रेस का कद घट सकता है। अभी तक विपक्षी दलों को लीड कर रही कांग्रेस को 300 सीट मिलने का दावा किया जा रहा था। लेकिन 3 राज्यों में चुनाव हारने के बाद कांग्रेस को करीब 225 सीटों संतोष करना पड़ सकता है। सूत्रों की माने तो एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, हिमाचल, उत्तराखंड जैसे राज्यों में कांग्रेस का दावा मजबूत है और इन राज्यों में सारी सीटों पर कांग्रेस ही लड़ेगी।
सीट शेयरिंग फॉर्मूला
विधानसभा चुनाव से पहले उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 300 प्लस सीटों पर अपने कैंडिडेट उतारने का दावा कर सकती है, लेकिन अब इस दावे से बाकी दल संतुष्ठ नहीं होंगे। ऐसे में कांग्रेस को 225 सीटों के आसपास सिमटना पड़ सकता है।
2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर विपक्षी गठबंधन की 4 बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन हर बैठक में कोई न कोई नेता किसी न किसी मुद्दे पर नाराज नजर आया, दिल्ली में हुई बैठक में पीएम फेस के लिए खड़गे या नीतीश पर आम राय नहीं बन पाई, वहीं दूसरी तरफ यूपी, बंगाल, पंजाब, महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला ही नहीं बन पाया।
अब विपक्षी गठबंधन की शामिल दलों के प्रमुख नेताओं की बैठक ऐसे वक्त पर हुई है, जब हिंदी भाषी राज्य राजस्थान और छत्तीसगढ़ से कांग्रेस के हाथ से सत्ता निकल गई वहीं एमपी में बीजेपी सत्ता बरकरार रखने में सफल रही। कांग्रेस को तेलंगाना में जीत मिली है। इन चुनाव को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा था। ऐसे में विपक्षी गठबंधन की ये मीटिंग काफी अहम रही।
I.N.D.I.A. की मीटिंग में प्रधानमंत्री के चेहरे को लेकर चर्चा हुई तो ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे बढ़ा दिया। इसके बाद जेडीयू असहज नजर आने लगी, क्योंकि बिहार के CM नीतीश कुमार का नाम पहले से ही पीएम प्रत्याशी के लिए आगे चल रहा है।