कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोमवार को जयपुर के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में 'संविधान बचाओ रैली' (Save Constitution Rally) का उद्घाटन किया। रैली के दौरान खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे शब्दों में हमला बोला और देशहित को सर्वोपरि बताया।
खरगे ने कहा- जब देश के स्वाभिमान को ठेस पहुंची, तब पीएम मोदी चुनावी रैली कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि सर्वदलीय बैठक में सभी दलों के नेता शामिल हुए, लेकिन देश के प्रधानमंत्री ने उसमें शामिल होना जरूरी नहीं समझा। पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जिन ने कहा- 56 इंच की छाती की बातें छोड़ें। मोदी जी कहते हैं मेरी 56 इंच की छाती है, मैं लड़ूंगा, घर में घुसूंगा। लेकिन जब देश पर संकट आया, तब वह बिहार में चुनावी भाषण दे रहे थे। खरगे ने कहा कि देश पहले आता है, न कि चुनावी फायदे। उन्होंने सवाल उठाया कि कम से कम उस दिन चुनावी भाषण छोड़कर सर्वदलीय बैठक में आना चाहिए था।
मैं हिंदू हूं, मेरा नाम मल्लिकार्जुन है
रैली में अपनी पहचान पर बात करते हुए खरगे ने कहा- मैं हिंदू हूं। मेरा नाम मल्लिकार्जुन मेरे पिता ने एक ज्योतिर्लिंग के नाम पर रखा था। 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग है। उन्होंने कहा कि एक मिल वर्कर का बेटा इस देश के संविधान (Constitution of India) के कारण आज कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन पाया है। उन्होंने संविधान की रक्षा को कांग्रेस का सबसे बड़ा दायित्व बताया।
ये भी पढ़ें:
Congress : संविधान बचाओ रैली की शुरुआत ग्वालियर से, जिला अध्यक्षों को देंगे ट्रेनिंग
संविधान की रक्षा जरूरी
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जिन खरगे के भाषण का मूल संदेश यही था कि मौजूदा सरकार लोकतंत्र और संविधान पर हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संविधान बचाने के लिए हर संभव लड़ाई लड़ेगी। रैली में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता, वरिष्ठ नेता और आम नागरिक शामिल हुए। मंच से कई नेताओं ने भी संविधान को बचाने और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने का संकल्प दोहराया।
बीजेपी ने किया हमला
खरगे का वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी युवा मोर्चा ने लिखा- ‘वाह रे! खरगे साहब… खरगे जी खुद को ज्योतिर्लिंग बता रहे हैं, लेकिन इन्हे ये भी नहीं पता कि देश में कितने ज्योतिर्लिंग है। आधा-अधूरा ज्ञान खतरनाक होता है कोई खरगे जी को बताए।’
संविधान बचाओ रैली
संविधान बचाओ रैली का आयोजन देशभर में लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के संकल्प के साथ किया जा रहा है। नेताओं ने संविधान के मूल सिद्धांतों – स्वतंत्रता, समानता और न्याय – की अहमियत पर जोर दिया। रैली में युवाओं की भागीदारी उल्लेखनीय है।
thesootr links
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें