NEW DELHI. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को प्रोजेक्ट टाइगर के 50 साल पूरे होने पर कर्नाटक के बांदीपुर और मुदुमलाई टाइगर रिजर्व का दौरा करने पहुंचे। जहां उन्होंने बांदीपुर टाइगर रिजर्व के सफारी का आनंद लिया और कैमरे से टाइगर की तस्वीरें क्लिक किया। इस दौरान पीएम मोदी हाथियों को अपने हाथों से गन्ना खिलाते हुए भी दिखे। मोदी के इस दौरे पर कांग्रेस ने सवाल खड़ा किया है और इसका पूरा श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को दिया।
50 साल पहले लांच हुआ था टाइगर प्रोजेक्ट
बांदीपुर में 50 साल पहले आज यानी 9 अप्रैल के दिन ही प्रोजेक्ट टाइगर शुरू हुए था। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर पीएम पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वह खूब तमाशा करेंगे, जबकि पर्यावरण, जंगल, वन्य जीव एवं वन क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों की रक्षा के लिए बनाए गए सभी कानून ध्वस्त किए जा रहे हैं। वह भले ही सुर्खियां बटोर लें लेकिन हकीकत बिल्कुल उलट है।
ट्वीट पर शेयर की इंदिरा गांधी की तस्वीर
कर्नाटक कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इंदिरा गांधी की तस्वीर शेयर करते हुए मोदी पर हमला बोला। ट्वीट में लिखा गया, 'कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया है। यह कांग्रेस सरकार थी जिसने 1973 में बांदीपुर बाघ संरक्षण परियोजना लागू की थी, जहां आज आप सफारी का आनंद ले रहे हैं। ये उसी का परिणाम है कि आज बाघों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है।' कांग्रेस ने तंज कसते हुए लिखा, पीएम मोदी से अपील कि बांदीपुर को अडानी को मत बेचिए।
तीन दिवसीय मेगा इवेंट की शुरुआत
बांदीपुर और मुदुमलाई टाइगर रिजर्व के दौरान पीएम ने हालिया बाघ जनगणना रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। बाघ संरक्षण के लिए सरकार के विजन को भी जारी करेंगे और इस घटना के उपलक्ष्य में एक सिक्का भी जारी करेंगे। इस मौके पर पीएम मैसूरु और चामराजनगर जिलों में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय मेगा इवेंट की शुरुआत की।
हाथी कैंप का किया दौरा
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने मुदमलाई टाइगर रिजर्व में थेप्पाकडू हाथी कैंप का दौरा भी किया। यह वही हाथी कैंप है, जिसमें ऑस्कर विनिंग फिल्म 'द एलिफेंट व्हिस्परर्स' वाला रघु भी रहता है। 'द एलिफेंट व्हिसपरर्स' भारत की पहली डॉक्यूमेंट्री है, जिसे ऑस्कर से सम्मानित किया गया है। इस फिल्म ने विदेशी मंच पर ऐसी ख्याति हासिल की है। इस फिल्म में एक हाथी के बच्चे को एक कपल अपने बच्चे की तरह पालता है।