New Delhi. यह महीना देश में कोरोनो केसों के बढ़ते मामलों के नाम हो रहा है। अब सरकारें भी बढ़ते कोरोना मरीजों को लेकर चिंतित हो उठी हैं। केंद्र सरकार ने देश के 8 राज्यों की सरकारों से कोरोना के मामलों में निगरानी रखने कहा है। एडवाइजरी जारी की है कि कोरोना के पॉजिटिविटी दर पर नजर रखी जाए और उसके हिसाब से तैयारी कर ली जाए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण का कहना है कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, हमें किसी भी स्तर पर ढिलाई से बचना चाहिए। ऐसा नहीं किया गया तो पाबंदियों से जो राहत मिली है वह खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि फिलहाल अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की तादाद कम है। मौतें भी कम हुई हैं।
भूषण ने कहा कि कोरोना के मौजूदा वैरिएंट के लक्षण ज्यादा खतरनाक नहीं हैं, फिर भी सतर्क रहने की जरूरत है। स्थानीय स्तर पर कोरोना विस्फोट की आशंका है। इसलिए राज्यों को चिन्हित जिलों में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। सरकार ने उत्तरप्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक और हरियाणा को आगाह किया है।
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कई जिलों में फैल रहा कोरोना
दरअसल इन राज्यों के कुछ जिलों को चिन्हित किया गया है, जहां कोरोना विस्फोट होने की आशंका जताई जा रही है। उत्तरप्रदेश में ऐसा एक जिला चिन्हित किया गया है, तमिलनाडु में 11, राजस्थान में 6, महाराष्ट्र में 8, केरल में 14, हरियाणा के 12 और दिल्ली के 11 जिलों में कोरोना संक्रमण दर ज्यादा है। सरकार ने इन्फ्लुएंजा के शिकार लोगों के लक्षणों पर नजर रखने और सांस लेने में समस्या वाले मरीजों पर ध्यान देने कहा है।
टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए
सरकार ने सलाह दी है कि कोरोना के टेस्ट में इजाफा किया जाए साथ ही जीनोम सीक्वेंसिंग भी बढ़ाई जाए। दरअसल शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में 11692 नए केस पाए गए हैं। देश में एक्टिव मरीजों की संख्या 66170 हो गई है। हालांकि मौतों का आंकड़ा काफी कम है।