अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट, सात कंपनियों के शेयर 85 फीसदी ओवरवैल्यूड निकले

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BP Shrivastava
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अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट, सात कंपनियों के शेयर 85 फीसदी ओवरवैल्यूड निकले

NEW DELHI. गौतम अडाणी के कारोबार में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने ऐसा पेंच फंसा दिया कि एक महीने में कंपनी के शेयर धड़ाम से जमीं आ गिरे। जिसके कारण अडाणी ग्रुप के बुरे हाल हो गए हैं। अडाणी ग्रुप के शेयरों की कीमत उतनी ही रह गई, जितनी ​कीमत एक माह पहले यानी 24 जननरी को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में ओवरवैल्यूड बताई गई थी। नाथन एंडरसन के नेतृत्व वाली शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया था कि शेयर बाजार में लिस्टेड अडाणी ग्रुप की सात कंपनियों के शेयर 85 फीसदी तक ओवरवैल्यूड हैं। 24 जनवरी से आज तक अडाणी ग्रुप के शेयरों का क्या हाल रहा, आइए जानते हैं—





​हिंडनबर्ग का दावा कितना सही साबित हुआ ?





अडाणी ग्रुप को लेकर अमेरिकी फॉरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट 



24 जनवरी को जारी की गई थी। इसमें शेयरों में हेर- फेर को लेकर कर्ज से जुड़े 88 सवाल उठाए गए थे। शॉर्ट सेलर कंपनी 2017 में शुरू होने के बाद करीब 16 कंपनियों पर अपनी रिसर्च रिपोर्ट पेश कर चुकी है। उसने अडाणी ग्रुप को लेकर दावा किया था कि इसकी शेयर बाजार में लिस्टेड सात प्रमुख कंपनियों के शेयर 85 प्रतिशत से अधिक ओवरवैल्यूड हैं। यानी जिस शेयर की कीमत 100 रुपए है, उसका असली भाव महज 15 रुपए है। अब ​इस ​रिपोर्ट को पब्लिश हुए महीनभर हो गया है और अडाणी के शेयर इस दौरान भी लगाताार गिरते चले गए हैं। ऐसा ही रिपोर्ट में कहा गया था।





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अडाणी ग्रीन में रोज लग रहा लोअर सर्किट





हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आने के बाद से अडाणी ग्रुप के तीन शेयरों ने सबसे ज्यादा 



इस एक महीने के बुरे दौर में अडानी ग्रुप के तीन शेयरों ने सबसे ज्यादा गिरने का रिकॉर्ड बना दिया। इनमें अडाणी टोटल गैस, अडानी ग्रीन इनर्जी और अडानी ट्रांसमिशन के स्टॉक शामिल हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों पर नजर डालें तो सबसे बुरा हाल अडानी ग्रीन के शेयर के की हैं। इन शेयरों के स्टॉ अपने 52 सप्ताह के हाई 3048 रुएए के स्तर से अब लगभग  85 प्रतिशत नीचे आ चुका है। इसमें लगातार लोअर सर्किट लग रहा है।





अडाणी ग्रीन के शेयर भी लोअर सर्किट





अडाणी ग्रीन के शेयर शुक्रवार को भी शेयर बाजार की शुरुआत के साथ ही इसमें फिर से लोअर सर्किट लग गया और इसका भाव गिरकर 486.80 रुपए पहुंच गया। पिछले माह 24 जनवरी को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पब्लिश होने से पहले इसका रेट 1916.80 रुपए था। इस शेयर में आई इस गिरावट के चलते कंपनी का मार्केट कैप भी एक लाख करोड़ के नीचे स्तर पर आ गया।





अडाणी ट्रांसमिशन के शेयर में जबरदस्त गिरावट





हिंडनबर्ग के भंवर में फंसकर धड़ाम से नीचे गिरे अडाणी ग्रुप के अन्य शेयरों में अडाणी ट्रांसमिशन को शेयर 24 जनवरी  को  2762.15 रुपए पर ट्रेउ कर रहा था, लेकिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के आने के अगले रोज यानी 25 जनवरी 2023 से इसमें जबरदस्त गिरावट शुरू हो गई और अभी भी उसी गति से गिरते दिखाई पड़ रहे हैं। शुक्रवार 24 फरवरी को शेयर बाजार खुलने के साथ ही इसमें लोअर सर्किट लगा और इसकी कीमत 5 प्रतिशत कम होकर 712.30 रुपए रह गई। 





अडाणी टोटल गैस का हाल भी बुरा





अडाणी टोटल गैस के शेयरों में लगातार ​गिरावट से अडाणी टोटल गैस कंपनी की मार्केट वैल्यू  4.3 लाख करोड़ रुपए से कम होकर एक लाख करोड़ से भी नीचे आ गई है। स्टॉक प्राइस में भी जबरदस्त गिरावट आई है। 24 जनवरी को अडाणी टोटल गैस का भाव 3851.75 रुपए था, जिसमें अब 80.68 फीसदी की गिरावट के आ गई है। शुक्रवार यानी 24 फरवरी को अडाणी के इस शेयर में भी लोअर सर्किट लगा और इसका भाव गिरते हुए 751.80 रुपए पर पहुंच गया। 





इस कंपनी के निवेशक भी सड़क पर आए





अडाणी ग्रुप की दस कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं। इसमें से अडानी इंटरप्राइसेज के शेयरों ने भी निवेशकों को सड़क पर ला दिया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से पहले इसके स्टॉक का भाव 24 जनवरी को 3442 रुपए था, लेकिन इसने ऐसा गोता लगाया कि अब इसकी कीमत गिरकर  1,372.65 रुपए रह गई है। बीते माह में इसका भाव करीब 62 प्रतिशत तक कम हुआ है।





इन कंपनी के शेयर भी लुढ़के





अडानी बिल्मर का शेयर एक महीने में 572.65 रुपए से 36 प्रतिशत गिरावट के साथ अब 370.10 रुपए पर आ गया है। अडानी पावर का स्टॉक इस अवधि में 47 फीसदी के करीब टूट चुका है और 275 रुपए से 147 रुपए पर आ गया है। अम्बूजा सिमेंट के शेयर 499 रुपए से 32 फीसदी कमजोर होकर अब 342.30 रुपए पर ट्रेड कर रहे हैं। इसके साथ ही एसीसी सिमेंट का शेयर बीते 24 जनवरी को 2336 रुपए पर बंद हुआ था और अब ये 1725 रुपए के स्तर पर पहुंच गया है। एक माह में इसका भाव करीब 28 फीसदी से ज्यादा गिर गया, वहीं अडाणी के पोर्टफोलियो में शामिल एनडीटीवी का स्टॉक हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अब तक 30 फीसदी से ज्यादा कमजोर हो चुका है और इसका भाव 284 रुपए से गिरकर 195 रुपए पर आ गया है।



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