MUMBAI. अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तैयारियां जोर-शोर चल रही हैं। इस कार्यक्रम से पहले निमंत्रण को लेकर राजनीति भी चल रही है। राम मंदिर और सनातन धर्म को लेकर विपक्ष दल के नेताओं के विवादित बयान भी लगातार सामने आ रहे हैं। ताजा मामला महाराष्ट्र से सामने आया जहां एनसीपी विधायक (शरद पवार गुट) जितेंद्र आव्हाड ने भगवान राम को मांसाहारी बताते हुए लेकर विवादित बयान दिया फिर माफी भी मांग ली है। उन्होंने कहा है कि भाषण देने के क्रम में उनसे गलती हो गई। वहीं बयान के खिलाफ बीजेपी नेता ने पुलिस में शिकायत की है।
पहले विवादित बयान फिर मांगी माफी
आरोप है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) विधायक जितेंद्र आव्हाड ने नासिक की रैली में भगवान राम को लेकर आपत्तिजनक और विवादित बयान दिया। जितेंद्र आव्हाड ने कहा है कि राम हमारे हैं, बहुजन के हैं, राम शिकार करके खाते थे, आप चाहते हैं कि हम शाकाहारी बन जाएं, लेकिन हम राम को अपना आदर्श मानते हैं और मटन खाते हैं, यह राम का आदर्श है, वह शाकाहारी नहीं बल्कि मांसाहारी थे, 14 साल तक जंगल में रहने वाला व्यक्ति शाकाहारी भोजन की तलाश में कहां जाएगा? ये सही या गलत? मैं हमेशा सही कहता हूं। विवादित बयान के हंगामा बढ़ता देख जितेंद्र आव्हाड माफी मांगते हुए सफाई दी है। जितेंद्र ने कहा है, "भाषण के समय मैं बोलते चला गया, कभी-कभी गलती हो जाती है... अपने बयान के लिए माफी मांगता हूं।
बयान के बाद सियासी घमासान
जितेंद्र आव्हाड के इस बयान को लेकर सियासी घमासान मच हुआ है। बीजेपी और अजित गुट के नेताओं में बयान पर नाराजगी है। एनसीपी (अजिट गुट) के कार्यकर्ताओं ने मुंबई में आव्हाड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। वहीं बीजेपी नेताओं ने उनके घर के बाहर प्रदर्शन किया था और उनके खिलाफ महाराष्ट्र में FIR भी दर्ज की गई है।
बयानबाजी दुर्भाग्यपूर्ण
वहीं भगवान राम पर दिए गए विवादित बयान को लेकर बीजेपी विधायक राम कदम ने कहा कि राजनीति के लिए इस तरह की बयानबाजी दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने मुंबई के घाटकोपर पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई है