BHOPAL. एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. मीसम अब्बास के मुताबिक सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई) के मरीजों की आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी। रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने पर जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए सैंपल केजीएमयू लखनऊ भेजे जाएंगे। रिपोर्ट आने तक मरीज अस्पताल में आइसोलेट रहेंगे। नेगेटिव रिपोर्ट आने पर ही उन्हें डिस्चार्ज किया जाएगा।
जांच को लेकर लोगों में लापरवाही
तीन सौ बेड अस्पताल के फ्लू कॉर्नर में कोरोना जांच के लिए पूरी व्यवस्था की गई है। लेकिन यहां पर जांच के लिए कोई मरीज नहीं पहुंच रहा। फिजिशियन डॉ. अकीक का कहना है कि कोरोना जांच के लिए कहने के बावजूद भी लोग यहां पर जांच नहीं करवा रहे। फ्लू कॉर्नर पर फिलहाल संवासिनियों, कैदियों और घर से भागे बच्चों की ही एहतियातन जांच हो रही है।
कोरोना का नया वेरियंट जेएन-1 ओमिक्रॉन से निकला
स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक 22 लाख लोगों की एंटीजन और आरटीपीसीआर जांच की जा चुकी है।
माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट डॉ. राहुल गोयल के मुताबिक कोरोना के नए स्वरूप को लेकर दुनियाभर में रिसर्च जारी है और अब तक के जांच में पता चला है कि कोरोना का जेएन-1 स्वरूप ओमिक्रॉन से निकला है।
जेएन-1 के लक्षण
कोरोना के नए वेरियंट जेएन-1 के लक्षण तेज बुखार, नजला, गले में खराश, सिर और पेट में दर्द, दस्त है। हालांकि ये कितनी तेजी से फैलता है और कितना घातक साबित हो सकता है, इसके बारे में किसी तरह की पुष्टि नहीं की गई है। बता दें कि इसको लेकर प्रदेशभर में एडवाइजरी जारी कर दी है।
कोरोना से तीन लोगों ने गवाई जान
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार केरल में कल कोविड-19 के 292 नए सक्रिय मामले दर्ज किए गए। बता दें कि बीते दिन कोरोना से तीन लोगों ने अपनी जान गवाई है। जानकारी के मुताबिक केरल राज्य में अब तक कुल सक्रिय मामलों की संख्या 2041 है।