TEL AVIV. इजरायल पर हमास के आतंकियों के हमले के बाद जो जानकारी सामने आई है, वह हर किसी की रूह कंपा देगी। आतंकियों अत्याचारों को सुनकर आंखें भर जाएंगी। हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले के दौरान यह नहीं देखा कि सामने कोई बच्चा है, बूढ़ा है, दिव्यांग है, महिला है या कोई पुरुष। उसके लिए हर एक इंसान सिर्फ इजरायली और यहूदी था, जिसकी हत्या करना उनके लिए किसी पदक से कम नहीं था। आतंकवादियों के सामने जो कोई आया, उन्होंने उसे मार डाला गया। इजरायली लोगों की हत्या सिर्फ गोलियों से नहीं की गई, बल्कि कई हत्याओं में चाकूओं और आग का भी इस्तेमाल किया गया ताकि उनकी क्रूरता की गूंज दुनिया में सुनाई दे। अब हमले के छह दिन बाद इजरायल में हमास का क्रूरता के ऐसे कृत्य सामने आए हैं, जो पूरी मानव जाति के लिए किसी कलंक से कम नहीं हैं।
मानवता को शर्मसार कर देंगे ये चार दृश्य....
1- चाकू से गर्भवती महिला का पेट फाड़ा तो बाहर आ गया भ्रूण...
इजरायली न्यूज चैनल के अनुसार, इजरायल की वॉलेंटियर सिविल इमरजेंसी सर्विस जका के कमांडर योसी लैंडो ने बताया कि एक घर की तलाशी के दौरान हमने एक गर्भवती महिला को फर्श पर पड़े देखा। जब हमने महिला को पलटा तो उसका पेट खुला हुआ था। इस पर चाकू से वार किया गया था। गर्भनाल से एक अजन्मा बच्चा जुड़ा हुआ था, जो लटक रहा था। मां के सिर में गोली मारी गई थी।
2- माता-पिता और बच्चों के हाथ बांधे और जिंदा जला दिया
योसी लैंडो ने बताया, एक अलग घटना में माता-पिता के हाथ पीछे बंधे थे। उनके सामने दो छोटे बच्चे थे, उनके भी हाथ पीछे से बंधे हुए थे। उनमें से प्रत्येक को जला दिया गया था। जब माता-पिता और बच्चे जल रहे थे, उस दौरान आतंकवादी बैठे थे और खाना खा रहे थे।
3- मां-बच्चे को एक गोली से मारा, 20 बच्चों को जलाया
एक अलग घटनाक्रम में जका साउथ के कमांडर योसी लैंडो ने बताया कि मैंने एक मां को अपने बच्चे को पकड़े हुए देखा। एक गोली उन दोनों को एक साथ पार कर गई थी। मैंने 20 बच्चों को एक साथ देखा, जिनके हाथ पीछे की ओर बंधे थे और उन्हें गोली मार दी गई थी। इसके बाद उनको एक साथ जला दिया गया था। मेरी तो रूह कांप गई। आंखों से आंसू नहीं थम रहे थे। गुस्से से आंखें लाल हो गई थी। ये दृश्य दुनिया को झकझोर देने वाला था।
4- जो जहां मिला, वहीं मार दिया, अब तक 40 इजरायली बच्चों की हत्या
हमास के आतंकवादियों ने कफर अजा में एक इजरायली समुदाय पर 70 आतंकवादियों ने हमला किया। इनका शिकार 40 बच्चे भी बनें, जिनमें से कई की उम्र चंद महीने थी। इजरायली मेजर जनरल इताई वेरुव ने कहा, जब हमने अपने घरों में मारे गए निवासियों के शवों को इकट्ठा करने के लिए दरवाजा खोला तो देखा कि माता-पिता, बच्चों और युवाओं को उनके बिस्तरों, प्रोटेक्शन रूम में, डाइनिंग रूम में, उनके बगीचों में मार दिया गया। ऐसा लगा, जो जहां दिखा उन्हें वहीं मौत दे दी गई। उन्होंने कहा, यह युद्ध नहीं है, यह युद्धक्षेत्र भी नहीं है। यह नरसंहार है। कुछ पीड़ितों का सिर काट दिया गया। मैंने ऐसा कभी नहीं देखा, मैंने 40 साल तक सर्विस की है।
हमास ने आरोपों का किया खंडन
हमास ने इस बात से इनकार किया है कि उसके आतंकवादियों ने बच्चों का सिर काटा या महिलाओं पर हमला किया। आतंकवादी समूह के प्रवक्ता और वरिष्ठ अधिकारी इज्जत अल-रिशेक ने बुधवार (11 अक्टूबर) को आरोप को "मनगढ़ंत और निराधार आरोप" बताया।