Chamoli. उत्तराखंड के चमोली में 19 जुलाई की सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। यहां चल रहे नमामि गंगे प्रोजेक्ट की एक साइट पर अचानक करंट फैल गया। इस दौरान मौके पर 24 लोग मौजूद थे। करंट लगने से जहां 16 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं कई लोग बुरी तरह से झुलस चुके हैं। हादसे में मरने वालों में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी शामिल हैं। चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर रावत की मौत हो चुकी है। चमोली आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने अभी 16 लोगों की मौत की पुष्टि की है। इधर गंभीर रूप से घायल 7 लोगों की हालत देखकर कहा जा रहा है कि हादसे में मरने वालों की तादाद में अभी और इजाफा हो सकता है।
मीटर के जरिए फैला करंट
इस घटना के बाद मौके पर आपदा राहत का काम शुरु कर दिया गया, घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया। इधर मौके पर पहुंचे ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना ने बताया कि बीती रात बिजली का एक फेस डाउन हो गया था। आज सुबह तीसरे फेस को जोड़ा गया, इसके तुरंत बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं भी एलटी और एसटी तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ गया था जो कि गीलेपन की वजह से पूरे परिसर में फैल गया।
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दो बार फैला करंट
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो रात में यहां रहने वाले केयर टेकर का सुबह फोन नहीं लग रहा था, जिसके बाद उसके परिजन साइट पर पहुंचे। यहां पता चला कि केयर टेकर की मौत करंट लगने से हो गई। परिजनों के साथ कई ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस जांच में जुटी थी कि तभी दोबारा करंट फैल गया, इस दौरान कई लोग करंट की चपेट में आए और बुरी तरह झुलस गए।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
सीएम ने इस बड़े हादसे के बाद घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही अधिकारियों को घटना की विस्तृत जांच कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने चमोली कलेक्टर से भी घटना की पूरी जानकारी ली है। सीएम धामी ने कहा कि घायलों को देहरादून ले जाया जा रहा है। उनके इलाज में कोई कमी नहीं होगी। हेलिकॉप्टर भेजा गया है, जो जल संस्थान के जेई संदीप मेहरा, सुशील कुमार को इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स ले जाएगा।