/sootr/media/media_files/2025/02/08/hQ6J7kcHonw5k6WztGVJ.jpg)
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। एक तरफ 'आप' करारी हार की तरफ बढ़ रही है। दूसरी तरफ दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और 'आप' के संयोजक अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से चुनाव हार गए हैं। बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने उन्हें हराया। वहीं कांग्रेस के संदीप दीक्षित तीसरे नंबर पर रहे। दिल्ली की 70 विधानसभा सीट के लिए मतगणना अभी जारी है। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर रुझानों में बीजेपी ने 46 सीटों पर बढ़त ले रखी थी जबकि AAP 24 सीट पर आगे थी। बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी का अगला मुख्यमंत्री भाजपा से होगा। दिल्ली में पांच फरवरी को हुए चुनाव में 1.55 करोड़ वोटर्स में से 60.54 प्रतिशत ने मतदान किया था।
वहीं, दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया जंगपुरा विधानसभा सीट से हार गए हैं। भाजपा उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवा ने उन्हें 600 वोटों के अंतर से हराया है। इस हार के साथ सिसोदिया के राजनीतिक भविष्य को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
जंगपुरा की जंग हारे सिसोदिया
चुनाव हारने के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि जंगपुरा विधानसभा चुनाव हम सबने मिलकर पूरी मेहनत से लड़ा। जंगपुरा के लोगों ने हमें बहुत सारा प्यार, मोहब्बत और सम्मान दिया। लेकिन हम करीब 600 वोटों से पीछे रह गए। जो कैंडिडेट जीते हैं मैं उनको बधाई देता हूं। उम्मीद करता हूं कि वह जंगपुरा की समस्याओं का समाधान करेंगे। चुनाव में कहां चूक हुई उसका एनालिसिस करके बताएंगे।
पैसा और शराब ले डूबा: अन्ना हजारे
दिल्ली चुनाव के रुझानों में आम आदमी पार्टी के खराब प्रदर्शन पर समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा, मैं लंबे समय से कह रहा हूं कि चुनाव लड़ते समय उम्मीदवार का चरित्र अच्छा होना चाहिए, उसके विचार अच्छे होने चाहिए और उसकी छवि पर कोई दाग नहीं होना चाहिए। लेकिन, उन्हें (आप) यह समझ में नहीं आया।
पैसा और शराब ले डूबा: अन्ना हजारे
अन्ना हजारे ने कहा वह शराब और पैसे में उलझ गए। इससे उनकी (अरविंद केजरीवाल) छवि खराब हुई और इसलिए उन्हें चुनाव में कम वोट मिल रहे हैं। लोगों ने देखा कि वे (अरविंद केजरीवाल) चरित्र की बात करते हैं लेकिन शराब में लिप्त रहते हैं। राजनीति में आरोप लगते रहते हैं। किसी को यह साबित करना पड़ता है कि वह दोषी नहीं है। सच सच ही रहेगा। जब बैठक हुई, तो मैंने तय किया कि मैं पार्टी का हिस्सा नहीं रहूंगा और मैं उस दिन से पार्टी से दूर हूं।
केजरीवाल की हार पर कुमार विश्वास ने साधा निशाना
अरविंद केजरीवाल की हार पर कुमार विश्वास ने कहा, करोड़ों लोगों नौकरियां छोड़कर आए थे, दुश्मनियां ली थीं। उन सब की हत्या एक आत्ममुग्ध आदमी ने, चरित्रहीन आदमी ने अपनी निजी महत्वकांक्षाओं की पूर्ती के लिए की। उसको ईश्वरीय विधान से दंड मिला। खुशी इस बात की भी है कि न्याय हुआ।