NEW DELHI. दिल्ली के कंझावला केस में आरोपियों पर शिकंजा कसने की तैयारी है। दिल्ली पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी शालिनी सिंह की रिपोर्ट के बाद गृह मंत्रालय ने पुलिस को एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, मामले की गंभीरता और मौजूदा सबूतों के आधार पर पुलिस कंझावला केस के आरोपियों पर 302 यानी हत्या की धारा लगाकर मामले की तफ्तीश करने का निर्देश दिए गए हैं।
कैमरे इंस्टाल करने को कहा
दिल्ली पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी शालिनी सिंह की रिपोर्ट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को यह निर्देश दिए हैं। गृह मंत्रालय ने संबंधित विभाग से यह भी कहा है कि दिल्ली के सुनसान इलाकों में और बाहरी दिल्ली के कई इलाकों में सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल लगाए जाएं। कंझावला मामले के बाद गृह मंत्री अमित शाह के आदेश पर गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगी थी। गृह मंत्रालय के इस आदेश के बाद दिल्ली पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारी शालिनी सिंह को इस बाबत रिपोर्ट तैयार करने को कहा था।
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पुलिस पर भी हो सकता है एक्शन
मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि जिस वक्त वारदात हुई, इलाके के डीसीपी स्पष्टीकरण दें कि कानून व्यवस्था के क्या इंतजाम थे। अगर उचित जवाब नहीं है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। एक अन्य निर्देश में कहा गया है कि वारदात की जगह के आस-पास इलाकों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए। सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने रिपोर्ट तैयार की थी। रिपोर्ट मिलने के बाद गृह मंत्रालय ने सख्त आदेश दिल्ली पुलिस को दिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस पिकेट और पीसीआर में मौजूद पुलिसकर्मियों पर गृह मंत्रालय ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
केस में दिल्ली पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में
दिल्ली के कंझावला में अंजलि का मौत 1 जनवरी को हुई थी। 31 दिसंबर की रात उसके शव को दिल्ली की सड़कों पर 12 किलोमीटर तक घसीटा गया था। चौंकाने वाली बात ये है कि ये सब उस रात हुआ, जब पूरा देश न्यू ईयर का जश्न मना रहा था. दिल्ली पुलिस के पुख्ता सुरक्षा के दावों के बीच अंजलि ने सड़क पर ही दम तोड़ दिया था.
कंझावला में 1 जनवरी की सुबह एक राहगीर ने कार के पीछे लाश घिसटती देखी थी। इसके बाद उसने पुलिस को तड़के करीब 3.24 बजे कॉल किया। दीपक नाम के युवक ने बताया था कि वह करीब 3.15 बजे दूध की डिलीवरी का इंतजार कर रहा था, तभी उसने एक कार को आते देखा। पीछे के पहियों से जोर की आवाज आ रही थी। इसके बाद उसने पुलिस को कार के पीछे शव लटके होने की जानकारी पुलिस को दी थी। दीपक ने कहा था कि वो सुबह 5 बजे तक पुलिस के कॉन्टैक्ट में रहा, लेकिन कोई भी मौके पर नहीं आया। उसने कुछ दूर तक कार का पीछा भी किया था।