NEW DELHI. फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य ( MSP ) और अन्य मांगों को लेकर किसान ( Farmers Protest March ) एक बार फिर से आज दिल्ली कूच कर रहे हैं। किसान नेताओं का दावा है कि इस मार्च में पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार आदि के किसान शामिल होंगे। नई रणनीति के अनुसार किसान आज ट्रेक्टर-ट्राली के बजाय रेल व सड़क मार्ग से दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं। उनके इस आंदोलन ( DELHI KISAN ANDOLAN ) के चलते दिल्ली के बॉर्डरों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। इन इलाकों में सुबह से ट्रैफिक बाधित होना शुरू हो गया है।
14 मार्च को बड़ी किसान महापंचायत करेंगे
दिल्ली के बॉर्डरों पर सुरक्षा व्यवस्था चौकस चल रही है। किसान नेता पहले से ही घोषणा कर चुके हैं कि आज 6 मार्च को वे दिल्ली कूच करेंगे, 10 मार्च को रेलवे ट्रैक रोकेंगे और 14 मार्च को बड़ी किसान महापंचायत करेंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर का कहना है कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसानों के आंदोलन का आज 23वां दिन है। हम अपनी निर्धारित घोषणा के अनुसार आज दिल्ली कूच कर रहे हैं। गौरतलब है कि किसान आंदोलन का नेतृत्व दो प्रमुख संगठन किसान मजदूर मोर्चा व संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनैतिक) कर रहे हैं।
कितने किसान पहुंचेंगे, 10 मार्च को होगा साफ
ऐसा लग रहा है कि किसानों का दिल्ली कूच आज दिल्ली और आसपास के राज्यों के लिए समस्या नहीं बन पाएगा, क्योंकि जिस तरह से किसानों के अन्य राज्यों से आने की बात की जा रही थी, उन किसानों के आज ही दिल्ली पहुंचने की संभावना कम है। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने स्पष्ट किया है कि हमारी पहले यह घोषणा थी कि दूसरे राज्यों के किसान आज ही दिल्ली कूच के लिए आ जाएंगे, लेकिन दूर-दराज से आने वाले किसान आज दिल्ली नहीं पहुंच पाएंगे। उनका कहना है कि मध्य प्रदेश, बिहार या दक्षिण भारत से सड़क या ट्रेन से आने वाले किसान आज नहीं पहुंचेंगे। उन्हें कम से कम 2-3 दिन लगेंगे। इसलिए 10 मार्च तक कूच की स्थिति साफ हो जाएगी। इसलिए आसपास के राज्यों के किसानों ने भी अपना कूच अभी रोक दिया है। दूसरी ओर दिल्ली पुलिस का कहना है कि दिल्ली के बॉर्डरों टिकरी, सिंघू और गाजीपुर बॉर्डर आदि पर वाहनों की आवाजाही समान्य है। बदलती परिस्थितियों के साथ ही वहां ट्रैफिक को लेकर इंतजाम किए जाएंगे।