Prayagraj. लापरवाही की एक सीमा होती है, लेकिन ऐसी लापरवाही भी कैसी कि यही होश नहीं कि मरीज को प्लाज्मा चढ़ाया जा रहा है या मौसंबी का जूस। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से मानवता को शर्मशार और डॉक्टरी पेशे को कलंकित करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक अस्पताल में डेंगू के मरीज को कथित तौर पर प्लाज्मा की जगह मौसंबी का जूस चढ़ा दिया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस और स्वास्थ विभाग के अफसरों से इस मामले में शिकायत की है। इस पर सीएमओ ने अस्पताल को सील कर दिया है।
प्लेटलेट्स की जगह चढ़ाया जूस
दरअसल जिले के धूमनगंज थाना क्षेत्र के झलवा स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल पर उक्त आरोप लगा है। मरीज को यहां लाया गया था। बाद में यहां आराम मिलता न देख आनन-फानन में दूसरे अस्पताल ले गए। वहां उसकी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि तबीयत खराब होने के बाद मरीज को ग्लोबल हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। डॉक्टरों ने कहा, प्लेटलेट्स चढ़ाना होगा। 9000 रुपये खर्च किए। प्लेटलेट्स खरीदा। इसे चढ़ाया गया। परिजनों का आरोप है, इसी प्लेटलेट्स ने उनके परिजन की जान ले ली। प्रशासन की ओर से मामले में अस्पताल को सील कर दिया है। लेकिन, इस घटना ने एक साथ कई सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों ने आरोप लगाया है कि निजी अस्पताल में प्लेटलेट्स के नाम पर उनके मरीज को मौसंबी का जूस चढ़ा दिया। इसके बाद उनके मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ गई और उसे दूसरे अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने लाकर दिया था प्लेटलेट्स
17 हजार पर आ गया था मरीज का प्लेटलेट्स
धूमनगंज स्थित अस्पताल के मालिक सौरभ मिश्रा ने कहा है कि प्रदीप पांडेय डेंगू से पीड़ित था। वह उनके अस्पताल में भर्ती हुआ था। उन्होंने कहा कि मरीज का प्लेटलेट्स का स्तर गिरकर 17,000 पर आने के बाद उसके तीमारदारों को प्लेटलेट्स लाने को कहा गया। उन्होंने बताया कि मरीज के तीमारदार स्वरूप रानी नेहरु (एसआरएन) चिकित्सालय से पांच यूनिट प्लेटलेट्स लेकर आए, लेकिन तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद मरीज को दिक्कत हुई तो चिकित्सकों ने प्लेटलेट्स चढ़ाना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स की जांच करने की कोई सुविधा उनके अस्पताल में नहीं है। उन्होंने कहा कि मरीज का प्लेटलेट्स का स्तर गिरकर 17,000 पर आ गया था। तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद मरीज को दिक्कत हुई तो चिकित्सकों ने प्लेटलेट्स चढ़ाना बंद कर दिया। मिश्रा ने कहा कि जो प्लेटलेट्स मरीज को नहीं चढ़ाए गए, उनकी जांच कराई जानी चाहिए कि ये प्लेटलेट्स कहां से लाए गए। उन्होंने कहा कि प्लेटलेट्स की बोतल पर एसआरएन का स्टिकर लगा हुआ है।
सोशल मीडिया पर गरमाया मामला
मरीज के परिजनों ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर पूरे मामले को सामने लाया। उन्होंने मरीज को चढ़ाए गए प्लेटलेट्स को फर्जी करार दिया। कहा कि यह मौसंबी का जूस है। इसे मरीज को गलत तरीके से चढ़ाया गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जानकारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को मिली। डिप्टी सीएम ने ट्वीट पर घटना की जांच कराने की बात कही। डिप्टी सीएम के ट्वीट के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया। सीएमओ की प्राथमिक जांच में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई। मौसम्बी का जूस चढ़ाए जाने वाले अस्पताल को सील कर दिया गया। नकली प्लेटलेट्स का कारोबार करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि मरीज प्रदीप पांडेय की हालत बिगड़ने के बाद उसे शहर के दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। बहरहाल, इस घटना के संबंध में स्थानीय पुलिस थाने में कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। वहीं, निजी अस्पताल के मालिक का दावा है कि प्लेटलेट्स किसी अन्य जगह से लाए गए थे। तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के बाद मरीज को दिक्कत होने लगी थी।
डिप्टी सीएम ने ट्वीट कर कार्रवाई की कही बात
डिप्टी सीएम पाठक ने ट्वीट कर इस मामले में जनपद प्रयागराज में झलवा स्थित ग्लोबल अस्पताल द्वारा डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मौसम्बी का जूस चढ़ा देने के वायरल वीडियो का संज्ञान लिया गया है। अस्पताल को तत्काल सील कर दिया गया है और प्लेट्लेट्स पैकेट को जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि यदि अस्पताल प्रबंधन दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मरीज की मौत गलत प्लेटलेट्स के कारण हुई या कुछ और कारण रहा, यह प्लेटलेट्स के नमूनों की जांच के बाद पता चलेगा।
जनपद प्रयागराज में झलवा स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल द्वारा डेंगू मरीज को प्लेटलेट्स की जगह मोसम्मी का जूस चढ़ा देने के वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा दिये गए आदेशों के क्रम में तत्काल हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है एवं प्लेटलेट्स पैकेट को जाँच हेतु भेजा गया है
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) October 20, 2022