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यूपी में एक बार फिर मानवता शर्मसार हो गई। दरअसल स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक ( आदित्यवर्धन सिंह ) कानपुर के बिल्हौर में नानामऊ घाट पर गंगा में डूब गए। हालांकि उनके साथ ही स्नान कर रहे दो दोस्तों ने उन्हें बचाने का काफी प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो पाए।
जानकारी के मुताबिक जब आदित्यवर्धन सिंह गंगा में डूब रहे थे तो उनके साथ मौजूद उनके दोस्तों ने चिल्लाकर गोताखोर को बुलाया, लेकिन वो 10 हजार रुपए मांगने लगा। दोस्त हाथ जोड़ता रहे फिर भी गोताखोर पहले पैसा देने की जिद पर अड़ा रहा।
पैसे देने में हुई देरी
आदित्यवर्धन सिंह के दोस्तों के पास कैश नहीं था, जिसके कारण गोताखोर को पैसे देने में देरी हुई। इसके बाद उनके दोस्तों ने पैसे ऑनलाइन ट्रांसफर किए। लेकिन तब तक आदित्यवर्धन पानी में डूब गए थे।
हालांकि पैसे ट्रांसफर होते ही गोताखोर ने नदी में छलांग लगाई। तलाश की पर कुछ हासिल नहीं हुआ।
कौन हैं आदित्यवर्धन सिंह
आदित्यवर्धन सिंह ( 44 ) स्वास्थ्य विभाग में वाराणसी में उपनिदेशक हैं। आदित्य वर्धन की पत्नी श्रेया महाराष्ट्र के अकोला जिले में न्यायाधीश के पद पर तैनात हैं, जबकि उनके चचेरे भाई अनुपम सिंह बिहार में मुख्यमंत्री के सचिव हैं।
शनिवार सुबह यानी 30 अगस्त को आदित्यवर्धन, बांगरमऊ क्षेत्र के ग्राम पतसिया निवासी दोस्त योगेश्वर मिश्र और लखनऊ के इंदिरानगर निवासी साथी प्रदीप तिवारी के साथ अपनी कार से गंगा स्नान करने कानपुर के बिल्हौर थाना क्षेत्र के नानामऊ गंगा घाट आए थे।
अब तक नहीं चला पता
कुछ समय बाद घटनास्थल पर बिल्हौर थाना पुलिस व अन्य अधिकारी पहुंचे। गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू कराई गई। कानपुर कमिश्नर ने एसडीआरएफ और पीएसी की रेस्क्यू टीम को भेजा। इसी के साथ टीम ने मोटर बोट से उनकी तलाश भी की। हालांकि अभी तक कुछ पता नहीं चला।
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