NEW DELHI. नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी डिप्टी लीडर असल तोजे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा था कि ये युद्ध का समय नहीं है। न्यूज एजेंसी से बात करते हुए तोजे ने कहा कि पीएम मोदी का ये कहना कि ये जंग का सही समय नहीं है, ये उम्मीद जगाता है। भारत से ऐसे संकेत मिलते हैं कि हम दुनिया के विवाद सुलझा लेने चाहिए, हालांकि ये कैसे होगा, ये नहीं कहा जा सकता। मोदी की ताकत उनके पीछे उन लोगों का होना है, जो दुनिया की आबादी का बड़ा हिस्सा है। तोजे की तारीफ से एक बहस चल पड़ी कि उन्होंने मोदी को नोबेल शांति का बड़ा दावेदार बता दिया। तोजे ने इस बात का खंडन किया और कहा कि उनकी बात को घुमाकर पेश किया गया।
यूक्रेन युद्ध त्रासदी है- तोजे
तोजे ने ये भी कहा कि यूक्रेन युद्ध एक त्रासदी है। इस युद्ध का अंत होना चाहिए। सभी देशों को मिलकर इसका हल निकालना चाहिए। भारत को इसमें रूस को ये समझाना चाहिए कि परमाणु हथियारों के सही इस्तेमाल बेहद कारगर साबित हो सकता है। भारत कभी भी किसी को धमकी नहीं देता, ना ही अपनी बात जोर से कहने में यकीन रखता है। भारत अपनी बात दोस्ताना तरीके से कहने में विश्वास रखता है। भारत दुनिया की प्रमुख ताकतों में एक है। अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हमें इसकी और दरकार है।
मैं यहां नोबेल कमेटी के नेता के तौर पर नहीं आया- तोजे
तोजे ने ये भी कहा कि मैं यहां नॉर्वेजियन कमेटी के डिप्टी लीडर के तौर पर नहीं आया। मैं यहां भारत के दोस्त और इंटरनेशनल पीस एंड अंडरस्टेंडिंग के डायरेक्टर के तौर पर आया हूं। शांति की बात पर तोजे ने कहा कि सीमाओं को तोड़कर हमें शांति के लिए साथ आना होगा। महान महात्मा गांधी की बात दुनिया के किसी भी कोने में वाले पर लागू होती है। जो तुम देखना चाहते हो, उसमें बदलाव की कोशिश करो। यही स्पिरिट है। मैंने भारत से काफी सीखा है।
भारत का महाशक्ति बनना तय- तोजे
फॉरेन पॉलिसी एक्सपर्ट और नोबेल शांति पुरस्कार समिति के सदस्य असल तोजे अपने भारत दौरे पर हैं। मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत का एक महाशक्ति बनना तय है। पीएम मोदी रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए सबसे भरोसेमंद नेता हैं और केवल वे ही शांति स्थापित कर सकते हैं।