DAMOH. यहां के गंगा जमना स्कूल की छात्राओं के पोस्टर के मामले से शुरू हुए विवाद में रोज नई परतें खुलती जा रही हैं। पहले यहां धर्मांतरण का मामला सामने आया, इसके बाद बच्चों को जबरदस्ती नमाज पढ़ाने का केस खुला और अब स्कूल के संचालकों का 1800 एकड़ में भू-माफिया के रूप में सक्रियता सामने आई है। इसके अलावा गंगा जमना दाल मिल से सऊदी अरब, यूएई में दाल एक्सपोर्ट की जाती थी। इस मामले में आई शिकायतों पर सीएम शिवराज सिंह ने मुख्य सचिव (CS) इकबाल सिंह बैंस और पुलिस महानिदेशक (DGP) सुधीर सक्सेना को डीटेल जांच के आदेश दिए हैं।
सैकड़ों एकड़ जमीन पर कब्जा
स्कूल संचालकों के खिलाफ जो शिकायतें मिली हैं उनमें बड़े स्तर पर जिहाद भू-माफिया को फंडिंग, 1800 एकड़ इलाके में भू-माफिया के रूप में सक्रियता, करीब 300 एकड़ जमीन शहर के आसपास मिली है। इसके अलावा पेट्रोल पंप, बीड़ी कंपनी, प्रदेश स्तर पर तेंदूपत्ता का काम, भोपाल में कपड़े के कारखाने, रेत खनन के कामों का भी पता चला है।
देश में कई शहरों में प्रॉपर्टी है
गंगा जमना स्कूल के संचालकों के पास सागर में मुख्य बायपास पर सैकड़ों एकड़ जमीन है, इसपर कई दुकानें हैं। दिल्ली, बेंगलुरू, हैदराबाद, भोपाल, जबलपुर में फ्लैट, ऑफिस और मकान होने की जानकारी मिली है। संचालकों ने गैरकानूनी तरीके से अन्य जगहों पर फंड भी शिफ्ट किए हैं और सेंट्रल एक्साइज की चोरी भी की है।
बच्चों को स्कूल में आयतें पढ़ाईं
मिडिल स्कूल में पढ़ने वाले इन छात्रों ने बताया है कि स्कूल प्रबंधन सभी बच्चों को जबरन नमाज पढ़ाता था। जो बच्चा नमाज नहीं पढ़ता था, उसकी पिटाई की जाती थी। जिसे नमाज पढ़ना नहीं आता था उसके साथ भी यही सलूक होता था। छात्रों ने आरोप लगाया कि उन्हें हर दिन स्कूल में आयतें पढ़ाई जाती थीं।
सीखाते थे उर्दू-अरबी
स्कूल कैसे चलता था और कैसी शिक्षा देता था इसका खुलासा एक छात्रा ने किया है। उसने कहा कि स्कूल में हिंदी और इंग्लिश पढ़ाने पर ज्यादा जोर नहीं था। उर्दू और अरबी जरूर पढ़ाई जाती थी। बच्चों पर घर में उर्दू और अरबी को पढ़ने का दबाव भी बनाया जाता था। एक छात्रा ने बताया कि वो घर में उर्दू पढ़ रही थी तो मां ने डांटा, जिसे उसने स्कूल में बताया, इस पर मिस ने कहा छुप कर पढ़ा करो। स्कूल की प्रार्थना में राष्ट्रगान गाते थे तो कहा जाता था कि दुआ भी पढ़ो।