NEW DELHI. मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच कर रही ईडी ने देर रात जेट एयरवेज इंडिया लिमिटेड के फाउंडर नरेश गोयल को गिरफ्तार कर लिया है। गोयल को पूछताछ के लिए मुंबई स्थित ईडी दफ्तर में तलब किया गया था, जिसके बाद उन्हें अरेस्ट कर लिया गया। गोयल पर 538 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है। गोयल को आज स्पेशल पीएमएलए अदालत में पेश किया जाएगा। जहां उनकी रिमांड मांगी जा सकती है। बता दें कि दो बार पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद भी गोयल ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे।
केनरा बैंक ने की थी शिकायत
बीते साल नवंबर में नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता समेत अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत केनरा बैंक ने की थी। जिसके बाद मई 2023 में सीबीआई ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। बाद में ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का मुकदमा दर्ज किया था।
यह है मामला
केनरा बैंक ने जेट एयरवेज को 848.86 करोड़ रुपए की क्रेडिट लिमिट और लोन दिया था, जिसमें से 538.62 करोड़ रुपए नहीं चुकाए गए। यह अकाउंट 29 जुलाई 2021 को फ्रॉड घोषित कर दिया गया था। सीबीआई ने 5 माई को गोयल के मुंबई स्थित 7 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया। नरेश गोयल, अनीता गोयल और जेट के एग्जिक्यूटिव गौरांग शेट्टी के घर पर भी छापे डाले गए थे। सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ईडी ने 19 जुलाई को मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। तब ईडी ने भी गोयल और उनके साथियों के ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया था।
बैंक का आरोप- कंपनियों में लगाया पैसा
केनरा बैंक का आरोप है कि जेट एयरवेज की फॉरेंसिक ऑडिट में पाया गया कि जेट ने अपने से जुड़ी कंपनियों में 1410.41 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। ऐसा कंपनी के अकाउंट से पैसा निकालने के लिए किया गया।
2019 से बंद है जेट एयरवेज
बता दें कि एक समय भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइंस रही जेट एयरवेज को साउथ एशियन नेशन की सबसे बड़ी एयरलाइन का दर्जा हासिल था। कर्ज के चलते 17 अप्रैल 2019 को कंपनी बंद हो गई थी। जून 2021 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के बैंकरप्सी रिजॉल्यूशन प्रोसेस के तहत जालान-कालरॉक कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज को बोली लगाकर हासिल कर लिया था।