इमोशनल इंटेलिजेंस : आईएमटी बताएगा कैसे भावनात्मक बुद्धिमत्ता बिजनेस में आती है काम

आईएमटी ( CDL), गाजियाबाद इमोशनल इंटेलिजेंस विषय पर 29 सितंबर को वेबिनार आयोजित करने जा रहा है। इसमें आईएमटी (CDL) की एक्सपर्ट डॉ. निधि माथुर बताएंगी कि कैसे बिजनेस की ग्रोथ में इमोशनल इंटेलिजेंस कारगर साबित हो सकती है।

Advertisment
author-image
Sandeep Kumar
New Update
STYLESHEET THESOOTR - 2024-09-27T203513.602
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

बिजनेस मैनेजमेंट में देश का ख्यातनाम संस्थान आईएमटी ( CDL), गाजियाबाद इमोशनल इंटेलिजेंस विषय पर 29 सितंबर को वेबिनार आयोजित करने जा रहा है। इसमें आईएमटी ( CDL) की एक्सपर्ट डॉ.निधि माथुर बताएंगी कि कैसे बिजनेस की ग्रोथ में इमोशनल इंटेलिजेंस कारगर साबित हो सकती है। वेबिनार में वे इमोशनल इंटेलिजेंस के एडवांटेज के साथ भविष्य में इसकी जरूरत और संभावनाओं पर विस्तार से बात करेंगी। 
वेबिनार को लेकर यूथ में खासा उत्साह है। अब तक अनेक युवाओं ने इसमें भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। आप भी Link https://lnkd.in/gNF_wkNd पर जाकर वेबिनार के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। वेबिनार 29 सितंबर, रविवार को दोपहर 12.30 बजे से 1.30 बजे के बीच ऑनलाइन होगा। 

WhatsApp Image 2024-09-27 at 20.14.42

बिजनेस में इमोशनल इंटेलिजेंस क्यों जरूरी है?

इमोशनल इंटेलिजेंस के चार अहम पहलू हैं... पहला सेल्फ-अवेयरनेस (आत्म-जागरूकता), दूसरा सेल्फ-रेगुलेशन (आत्म-नियमन), तीसरा एम्पथी (सहानुभूति) और चौथा सोशल स्किल्स यानी सामाजिक कौशल। ये स्तंभ किसी भी व्यक्ति को एक कुशल नेता, बेहतर सहयोगी और सफल बिजनेस बनाने में अहम रोल अदा करते हैं। 
डॉ.निधि माथुर कहती हैं, आज के बिजनेस वर्ल्ड में सिर्फ टेक्निकल ज्ञान ही काफी नहीं है। अगर आप वाकई में सफल होना चाहते हैं तो आपको इमोशनल इंटेलिजेंस यानी भावनात्मक बुद्धिमत्ता पर भी काम करना होगा। इसका मतलब है कि आप अपनी और दूसरों की भावनाओं को समझ सकें और उनके अनुसार सही निर्णय ले सकें।

इमोशनल इंटेलिजेंस में क्या खास?

1. आत्म-जागरूकता: अपने आप को बेहतर तरीके से समझना। जब आप जानते हैं कि आप किस स्थिति में कैसा महसूस करते हैं, तो आप बेहतर फैसले लेते हैं।
2. आत्म-नियंत्रण: अपनी भावनाओं को कंट्रोल में रखना। बिजनेस में कई बार तनावपूर्ण हालात आते हैं और अगर आप शांत रहते हैं तो आप बेहतर निर्णय ले पाएंगे।
3. सहानुभूति: दूसरों की भावनाओं को समझना। जब आप अपनी टीम, ग्राहकों और पार्टनर्स की जरूरतों को समझते हैं तो आप बेहतर रिलेशन बना सकते हैं।
4. सामाजिक कौशल: दूसरों के साथ अच्छे से कम्युनिकेशन करना। बिजनेस में अच्छे रिलेशन बनाना बहुत जरूरी है और ये इमोशनल इंटेलिजेंस से ही संभव है।

thesootr links

सबसे पहले और सबसे बेहतर खबरें पाने के लिए thesootr के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें। join करने के लिए इसी लाइन पर क्लिक करें

 

आईएमटी CDL एक्सपर्ट डॉ.निधि माथुर CDL इमोशनल इंटेलिजेंस