नूंह हिंसा के दो आरोपियों का एनकाउंटर, सिलखो गांव की पहाड़ी में छिपकर पुलिस की टीम पर कर रहे थे फायरिंग

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Chandresh Sharma
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नूंह हिंसा के दो आरोपियों का एनकाउंटर, सिलखो गांव की पहाड़ी में छिपकर पुलिस की टीम पर कर रहे थे फायरिंग

Nuh (Haryana). हरियाणा के नूंह में ब्रजमंडल धाम जलाभिषेक यात्रा के दौरान हुई हिंसा के बाद हरियाणा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने गुरुवार (10 अगस्त) को नूंह हिंसा के दो आरोपियों का एनकाउंटर किया है। ये उपद्रवी सिलखो गांव की पहाड़ी में छिपे थे। एनकाउंटर के दौरान एक उपद्रवी को पैर में गोली लगी है, वहीं दूसरे आरोपी को दबोच लिया गया है। पुलिस की गोली से घायल एक आरोपी को नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है।



पुलिस को देखते ही करने लगे फायरिंग

आरोपितों ने पहले क्राइम ब्रांच तावडू के प्रभारी संदीप मोर की टीम पर फायरिंग की थी। अपने बचाव में जब इंस्पेक्टर संदीप मोर ने गोली चलाई तो वह एक आरोपित के पैर में जा लगी। इसमें एक आरोपी सैकूल के पैर में गोली लगी है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 




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    नूंह हिंसा के आरोपियों की खोज में लगी एसटीएफ ने बुधवार (9 अगस्त) की सुबह ड्रोन की मदद से पहाड़ी पर ठिकाना तलाश कर नौ लोगों को हिरासत में लिया था। सभी नल्हड़ और मेवली गांव के रहने वाले हैं। पूछताछ कर साक्ष्य मिलने के बाद इनकी गिरफ्तारी की जाएगी, वहीं मंगलवार हिरासत में लिए गए संदिग्ध लोगों में आठ को गिरफ्तार कर लिया गया है।



    नल्हड़ के पास पहाड़ी में कई चोर रास्ते, अब तक 189 गिरफ्तार




    हिंसा के मामले में अब 189 को गिरफ्तार किया जा चुका है। गांव से सटी अरावली पहाड़ी बदमाशों की शरणस्थली बन रही है। नल्हड़ तथा समीपवर्ती गांव के 400 से अधिक मुस्लिम युवकों ने नल्हड़ मंदिर में फंसे शिव भक्तों पर गोली चलाई और पत्थरों से हमला किया था। नल्हड़ के पास पहाड़ी में कई चोर रास्ते भी बने हुए हैं। ऐसे में एसटीएफ तथा क्राइम ब्रांच को परेशानी आ रही है। पहले ड्रोन से सटीक ठिकाने खोजे गए, फिर पहाड़ी पर चढ़कर संदिग्धों को दबोच लिया।



    हिंसा में हो चुकी है छह लोगों की मौत




    नूंह के नल्हड़ शिव मंदिर से 31 जुलाई दिन सोमवार को निकाली गई ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा पर मुस्लिम समुदाय लोगों ने पथराव कर दिया। देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई। इसके बाद भड़की हिंसा के बाद 300 से ज्यादा वाहनों और मकानों में आग लगा दी गई। साइबर थाने पर भी हमला किया गया। उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया था। नूंह के बाद सोहना में भी पथराव व फायरिंग हुई। इसके बाद हिंसा की आग नूंह से फरीदाबाद-गुरुग्राम तक फैल गई। नूंह हिंसा में दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हुई है। नूंह में अब तक 140 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई है। 



    प्रशासन ने चलाया बुलडोजर




    नूंह में हिंसा के बाद हरियाणा सरकार ने कई हमलावरों के मकानों और झूग्गियों पर बुलडोजर चलाया था। प्रशासन ने नूंह में रोहिंग्याओं के अवैध निर्माण भी तोड़ दिए। एक होटल, रेस्टोरेंट भी गिरा दिया था। प्रशासन का आरोप था कि होटल और रेस्टोरेंट की छतों से पथराव किया गया था। नूंह में 162 स्थाई और 591 अस्थाई निर्माण गिराए गए थे। बाद में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगा दी थी।


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