NEW DELHI. दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश चीन है, लेकिन कुछ महीनों बाद भारत चीन का रिकॉर्ड तोड़ देगा। यहां जनसंख्या दबाव लगातार बढ़ रहा है। केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल 78 देशों की आबादी के बराबर बच्चे पैदा हो रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 2021-22 में 2.03 करोड़ से ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ। यानी, हर दिन औसतन 56 हजार बच्चे पैदा हुए। इससे पहले साल 2020-21 में दो करोड़ से कुछ ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ था। इसका मतलब हुआ कि 2020-21 की तुलना में 2021-22 में 1.32 लाख ज्यादा बच्चों का जन्म हुआ।
चीन में घटने लगी आबादी
चीन के सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 2022 में आबादी में साढ़े आठ लाख की कमी आई है। चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टेटिक्स ने हाल ही में आबादी के आंकड़े जारी किए थे। इसके मुताबिक, 2022 के आखिर तक चीन की आबादी घटकर 1.4118 अरब पहुंच गई थी। जबकि, 2021 के आखिर तक चीन की आबादी 1.4126 अरब थी। 1961 के बाद ये पहली बार था, जब चीन की आबादी में गिरावट आई।
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संयुक्त राष्ट्र ने भी कहा था 2023 में भारत की आबादी चीन से ज्यादा होगी
संयुक्त राष्ट्र ने पिछले साल अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि 2023 में भारत की आबादी चीन से ज्यादा होगी। हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार भारत की आबादी चीन से ज्यादा हो चुकी है। भारत में सबसे ज्यादा बच्चों का पैदा होना इसकी मुख्य वजह बताई गई थी। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि भारत में हर साल लगभग ढाई करोड़ बच्चों का जन्म होता है। वहीं, सबसे ज्यादा आबादी वाले चीन में भारत की तुलना में लगभग आधे बच्चे पैदा होते हैं। 2022 में चीन में 95 लाख बच्चों का जन्म हुआ था। 2021 की तुलना में ये लगभग 10 फीसदी की गिरावट थी।
भारत में आबादी बढ़ने के तीन प्रमुख कारण
भारत में आबादी बढ़ने के तीन प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं। पहला- शिशु मृत्यु दर में गिरावट यानी एक साल से कम उम्र के बच्चों की मौत घट रही है। दूसरा- नवजात मृत्यु दर में कमी यानी 28 दिन की उम्र तक के बच्चों की मौत में कमी आ रही है। तीसरा- अंडर-5 मोर्टेलिटी रेट कम होना यानी पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मौतों की संख्या घट रही है।