NEW DELHI. उत्तरप्रदेश में एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या की तरफ से जुबानी जंग खत्म नहीं हो रही है। इधर, दोनों के रिश्तों पर सोशल मीडिया पर भी तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं। इसी बीच मामले के सुर्खियों में आने के बाद दावा किया जा रहा है कि जिन पतियों की पत्नियां परीक्षा की तैयारी कर रही हैं, उनको वापस बुलाया जा रहा है। इतना ही नहीं हाल ही में एक शपथ पत्र भी वायरल हुआ, हालांकि इस पत्र की पुष्टि नहीं हुई। इन सबके बीच एक बार फिर ज्योति मौर्या ने मामले पर बयान दिया है।
एसडीएम ज्योति ने कहा- पढ़ना महिलाओं का संवैधानिक अधिकार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसडीएम ज्योति मौर्या ने इस पर परीक्षा की तैयारी कर रहीं पत्नियों को संदेश देते हुए कहा कि एक सरकारी अधिकारी होने के नाते मैं सभी से अपील करती हूं कि महिलाओं को आगे बढ़ने से नहीं रोका जाए। उन्हें पढ़ने दिया जाए। ये सवाल ही नहीं खड़ा होता है कि उन्हें पढ़ने दिया जाए या नहीं। पढ़ना महिलाओं का संवैधानिक अधिकार है। उन्हें भी समाज में बराबरी का हक है।
अफेयर पर बोलीं- यह पति-पत्नी के बीच का मसला
उन्होंने कहा कि महिलाएं पढ़ेंगी और आगे भी बढ़ेंगी। अगर वे कुछ करना चाहती हैं, तो वे करेंगी। ये उनका अधिकार है। इसके अलावा अपने अफेयर के मामले पर ज्योति ने कहा कि यह मेरा व्यक्तिगत मामला है और यह पूरा मामला अब कोर्ट के अधीन है। यह एक पति-पत्नी के बीच का मामला है। वैसे भी आलोक के ये सब कहने से पहले ही मामला कोर्ट में है। आलोक जो भी कुछ कह रहे हैं, उन्हें कहने दें। मुझे कोई कहानी नहीं बतानी है।
पति का आरोप- ज्योति का कमांडेंट मनीष दुबे से अफेयर
बता दें कि बरेली की एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या की शादी साल 2010 में हुई थी। आलोक का दावा है कि शादी के बाद ज्योति को पढ़ा लिखाकर एसडीएम बनवाया, लेकिन उन्होंने धोखा दे दिया। आलोक का आरोप है कि उनकी पत्नी का गाजियाबाद के होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ अफेयर चल रहा है। इसलिए उन पर तलाक के लिए दबाव बनाया जा रहा है।