New Delhi. कम दूरी वाली कुछ वंदे भारत ट्रेनों में सीटें खाली रहने की स्थिति को देखते हुए रेलवे अब किराया कम करने को लेकर कदम उठा सकता है। सूत्रों ने बुधवार (5 जुलाई) को जानकारी दी है कि रेलवे ने किराए समीक्षा शुरू कर दी है। सामने आया है कि अपेक्षाकृत छोटी दूरी वाली कुछ वंदे भारत ट्रेनों में सीटें पूरी तरह भर नहीं पा रही हैं। ऐसी स्थिति में रेलवे उनके किराए की समीक्षा कर उन्हें आकर्षक बनाने की योजना बना रहा है। इंदौर-भोपाल, भोपाल-जबलपुर और नागपुर-बिलासपुर जैसी वंदे भारत ट्रेनों के किराए की समीक्षा की जा रही है। इन सभी ट्रेनों में सीटें काफी हद तक खाली चल रही हैं। सूत्रों के अनुसार, 15 से 20 प्रतिशत किराया कम किया जा सकता है। हालांकि अभी कुछ भी तय नहीं है।
कई वंदे भारत ट्रेनों में यात्रियों की संख्या कम
जून तक के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, भोपाल-इंदौर वंदे भारत ट्रेन में केवल 29 प्रतिशत सीटें भरी हुई थीं जबकि इंदौर-भोपाल ट्रेन में 21 प्रतिशत सीट आरक्षित थीं। करीब तीन घंटे का सफर तय करने वाली इस ट्रेन में एसी चेयर कार का किराया 950 रुपए है, जबकि एक्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया 1525 रुपये रखा गया है। सूत्रों ने कहा कि इस ट्रेन के किराए की रेलवे समीक्षा कर सकता है। देश की सबसे आधुनिक और तेज रफ्तार वाली वंदे भारत ट्रेनों का सबसे लंबा सफर करीब 10 घंटे का है, जबकि सबसे छोटा सफर तीन घंटे का है। इनमें से कुछ ट्रेनों में सीटों के खाली रहने की समस्या दूर करने के लिए किराये की समीक्षा की जा रही है।
दो से पांच घंटे वाली ट्रेनों के किराए की रेलवे कर रहा समीक्षा
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘इसके पीछे सोच यह है कि सभी वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों को सुविधाजनक सफर का मौका मिले। हमने हालात की समीक्षा की है और हमारी राय है कि कुछ वंदे भारत ट्रेन, खासकर कम दूरी वाली, का किराया अगर घटा दिया जाता है तो वह ज्यादा अच्छा कर पाएंगी। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग इन ट्रेनों में सफर करें।’
24 राज्यों में चल रही हैं वंदे भारत ट्रेनें
वंदे भारत ट्रेनों में सीटें लगभग भरी होती हैं लेकिन कुछ ट्रेनों में ऐसी स्थिति नहीं है। रेलवे उन्हें भी सफल बनाने के लिए जरूरी बदलाव करने जा रहा है। अभी तक देश के 24 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। इनमें से कासरगोड-त्रिवेंद्रम एक्सप्रेस में 183 प्रतिशत बुकिंग रहती है और यह सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली वंदेभारत ट्रेन है। गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल, वाराणसी-नई दिल्ली, देहरादून-अमृतसर और मुंबई-शोलापुर के बीच चलने वाली वंदेभारत ट्रेनों में भी 100 प्रतिशत से अधिक बुकिंग रहती है।
भोपाल इंदौर एसी टैक्सी में प्रति व्यक्ति किराया
भोपाल से इंदौर के बीच सबसे ज्यादा लग्जरी एसी टैक्सी चलती है। इनमें प्रति व्यक्ति किराया 350 रुपए है। लग्जरी और टैक्सी में 400 रुपए अधिकतम किराया है। भोपाल से इंदौर, इंदौर से भोपाल आने जाने का समय वही तीन घंटे लगता है, जो वंदे भारत एक्सप्रेस में लगता है। कुल मिलाकर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में कुछ भी स्पेशल नहीं है।
भोपाल जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस का किराया और बुकिंग
सूत्रों ने बताया कि भोपाल-जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस में 32 प्रतिशत और जबलपुर-भोपाल वंदे भारत ट्रेन में 36 प्रतिशत बुकिंग हुई है। दोनों शहरों के बीच 4.5 घंटे की यात्रा के लिए भोपाल से जबलपुर तक एसी चेयर का किराया 1055 रुपए है, जबकि एक्जीक्यूटिव चेयर कार का टिकट 1880 रुपए का होगा। वापसी यात्रा में एसी चेयर का किराया 955 रुपए है, जबकि एक्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया 1790 रुपए है।