भोपाल. किसानों ने एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भारतीय किसान संघ (Kishan sangh) ने केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है। 8 सितंबर को संघ देशभर में आंदोलन (kishan protest) करेगा। इस आंदोलन में मध्यप्रदेश के किसान भी भारी संख्या में शामिल होंगे। किसान संघ ने बताया कि 11 अगस्त को सौंपी गई मांगों पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया है। इसलिए संगठन ने जिला केंद्रों पर एक दिन के धरने के साथ देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला लिया है।
रैली निकालकर ज्ञापन सौंपेगे
संघ की न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं, बल्कि लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य देने की मांग है। क्षेत्रीय संगठन मंत्री महेश चौधरी ने बताया कि देशभर के किसान आंदोलित होंगे। ये एक दिवसीय आंदोलन होगा। इसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा मध्य प्रदेश के सभी जिलों में किसान धरना प्रदर्शन करेंगे और रैली निकालकर कलेक्टर को पीएम नरेंद्र मोदी (pm modi) के नाम ज्ञापन सौंपेंगे।
लागत के आधार पर मिले मूल्य
किसान संघ का कहना है सरकार कुछ फसलों का समर्थन मूल्य घोषित कर अपने दायित्वों से पल्ला नहीं झाड़ सकती है। सरकार किसानों को बाजार के भरोसे नहीं छोड़े बल्कि उसकी फसल का सही दाम दिलाए। फसलों की सही कीमत नहीं मिलने के कारण किसान कर्जदार होता जा रहा है।
कृषि कानून के पक्ष में
क्षेत्रीय संगठन मंत्री महेश चौधरी ने आगे बताया कि भारतीय किसान संघ ने कृषि कानून का समर्थन किया है। उन्होंने कहा आंदोलन में बैठे किसानों के साथ उनका संगठन खड़ा हुआ है। लेकिन वह कृषि बिल (krishi act) वापस लेने का समर्थन नहीं करते। बल्कि उस कानून में उनका संगठन सुधार चाहता है।