DELHI. अडाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट के बीच एलआईसी के समूह में निवेश और एसबीआई के दिए कर्ज पर पहली बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन की प्रतिक्रिया आई है। वित्त मंत्री ने कहा कि एसबीआई और एलआईसी का अडानी समूह की कंपनियों में एक्पोसजर स्वीकृत लिमिट के भीतर है।
ये बोलीं वित्तमंत्री सीतारमण
वित्त मंत्री ने कहा कि, मैं कहना चाहती हूं कि एसबीआई और एलआईसी ने दोनों ने विस्तार के साथ बयान जारी किया है। दोनों के ही चेयरमैन और सीएमडी ने विस्तार से बताया है कि अडाणी समूह में ओवर एक्सपोज्ड नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि जो कुछ भी उनका एक्सपोजर है वें मुनाफे पर बैठे हैं। वैल्यूएशन के गिरने के बाद भी वे मुनाफे में हैं।
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बहुत ही बेहतर स्थिति में भारत का बैंकिंग सेक्टर
वित्त मंत्री ने कहा कि आरबीआई और फाइनैंशियल स्टैबिलिटी बोर्ड की बैठक हुई है जो हर 6 महीने पर होती है और मैं जिम्मेदारी के साथ कहना चाहती हूं कि भारत का बैंकिंग सेक्टर बहुत ही बेहतर स्थिति में है। बैंकों के एनपीए में कमी आई है। लोन की रिकवरी लगातार की जा रही है और बैंकों की स्थिति बहुत मजबूत है। इसका प्रमाण इसी से लगाया जा सकता है कि वे आसानी के साथ अब पैसे जुटा रहे हैं।
वित्त मंत्री ने विदेशी निवेशकों को दिया भरोसा
अडानी समूह में ग्लोबल इंवेस्टर्स की बिकवाली और मौजूदा हालात में निवेश को टालने के सवाल पर वित्त मंत्री ने विदेशी निवेशकों को भरोसा देते हुए कहा कि भारत का प्रशासनिक तंत्र काफी मजबूत है। यहां स्थाई सरकार है साथ ही बहुत बेहतर तरीके से रेग्युलेट किया जाने वाला फाईनैंशियल मार्केट है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जो निवशकों का भरोसा भारत पर पहले था वो आगे भी बरकरार रहेगा। वित्त मंत्री ने कहा कि हमारे रेग्युलेटर्स प्रशासनिक बातों को लेकर बेहद सख्त हैं. एक घटना से हमारे फाइनैंशिल मार्केट पर सवाल नहीं उठ सकता है. हमने बीते दशक में काफी सबक सीखा है.
बजट के दिन शेयर बाजार के गिरने पर बोलीं वित्त मंत्री
बजट के दिन अडानी समूह के चलते शेयर बाजार में गिरावट को लेकर वित्त मंत्री ने कहा कि शेयर बाजार ने बजट का स्वागत किया था लेकिन जिस भी कारणों से बाजार गिर गया लेकिन मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में शेयर बाजार पर बजट का अच्छा असर रहेगा।