NEW DELHI. जासूसी के आरोप में वित्त मंत्रालय के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। बताया गया है कि ये आरोपी पैसों के बदले में दूसरे देशों को वित्त मंत्रालय से जुड़ी जरूरी जानकारी दे रहा था। ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट 1923 सरकारी कर्मचारियों और सामान्य नागरिकों पर लागू होता है। इस कानून के तहत जो भी शख्स जासूसी में शामिल होगा, देशद्रोह वाली गतिविधियों में सक्रिय रहेगा और ऐसे काम करेगा जो देश की अस्मिता को चोट पहुंचाए, तब ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट लागू होगा।
आरोपी का मोबाइल जब्त
आरोपी का नाम सुमित है, जो वित्त मंत्रालय में कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहा था। लेकिन काम के दौरान उसने खुद को संदिग्ध गतिविधियों में शामिल किया और पैसों के बदले वो सीक्रेट जानकारी दूसरे मुल्कों को दीं जो भारत के लिहाज से संवेदनशील रहीं। सुमित के पास से एक मोबाइल फोन जब्त किया गया है। पुलिस के मुताबिक इसी फोन से वो जासूसी को अंजाम दे रहा था।
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पुलिस विस्तृत जांच के बाद बयान जारी करेगी
अब कितने समय से ये शख्स वित्त मंत्रालय के साथ काम कर रहा था, किस प्रकार की जानकारी इसने दूसरे मुल्कों को दी, इसकी तरफ से कौन-कौन से देश तक खुफिया जानकारी दी गई, अभी कुछ भी सामने नहीं आया है। मामला क्योंकि वित्त मंत्रालय से जुड़ा हुआ है, ऐसे में पुलिस भी विस्तृत जांच के बाद ही बयान जारी करना चाहती है।
ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट में स्पष्ट नहीं कि 'सीक्रेट' क्या होता है
जानकारी के लिए बता दें कि बड़ी बात ये है कि ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट में ये कहीं भी स्पष्ट रूप से नहीं लिखा है कि 'सीक्रेट' क्या होता है। इस वजह से कई बार जब इस कानून के जरिए कोई कार्रवाई होती है तो विवाद भी देखने को मिल जाता है।
1 फरवरी को आएगा बजट
आपको बता दें कि बजट पेश होने से पहले हुई इस कार्रवाई को काफी अहम माना जा रहा है। संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। इसके बाद आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट पेश की जाएगी। वहीं 1 फरवरी को वित्त मंत्री वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश करेंगी। बजट से जुड़ी जानकारियों को काफी सीक्रेट रखा जाता है। ऐसे में ये पता लगाने की कोशिश हो रही कि आरोपी ने क्या-क्या जानकारियां चुराई हैं।