RANCHI. झारखंड जमीन घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए गए झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को आज (1 फरवरी) को रांची के विशेष पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईडी मामले में आगे की पूछताछ के लिए सोरेन की रिमांड की मांग करेगा। सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। जमीन घोटाले में उनकी गिरफ्तारी हुई है। हेमंत ने अपनी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के सीनियर नेता चंपई सोरेन को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया है। चंपई ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। उन्होंने 43 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा है।
हाईकोर्ट में हेमंत की याचिका पर आज सुनवाई
वहीं, ईडी समन के खिलाफ हेमंत ने बुधवार शाम झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर की, जिस पर बृहस्पतिवार सुबह 10:30 बजे सुनवाई होगी। याचिका दायर होने तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई थी। याचिका में हेमंत ने कहा, एजेंसी जांच में मदद न करने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार कर रही है, जबकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि इस आधार पर किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता।
ED की लंबी पूछताछ के बाद सोरेन गिरफ्तार
चंपई सोरेन झारखंड के नए मुख्यमंत्री होंगे। ED ने लंबी पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सत्ताधारी दल के विधायकों ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को चंपई सोरेन के पक्ष में अपना समर्थन पत्र सौंप दिया है। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सीएम आवास, राजभवन, बीजेपी कार्यालय समेत रांची के अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
ED हेमंत सोरेन के जवाब से संतुष्ट नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक की पूछताछ में ED के अधिकारी हेमंत सोरेन के जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। हेमंत सोरेन ने अब तक की पूछताछ में सिर्फ हां और ना में जवाब दिया था। ED ने सोरेन से 40 से ज्यादा सवाल पूछे। कई सवालों को सुनने के बाद वे ईडी के अधिकारियों पर झल्ला गए। इस बीच रांची के कई इलाकों में धारा-144 लागू कर दी गई।
कौन हैं नए सीएम चंपई सोरेन ?
झारखंड के नए सीएम चंपई सोरेन सरायकेला-खरसावां जिले के जिलिंगगोड़ा गांव में रहते हैं। उनके पिता का नाम सिमल सोरेन है, उनका पारंपरिक पेशा खेती है। चंपई 4 भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं। उन्होंने 10वीं क्लास तक पढ़ाई की है। कम उम्र में ही उनकी शादी मानको से कर दी गई। उनके 4 बेटे और 3 बेटियां हैं।
झारखंड टाइगर के नाम से मशहूर चंपई सोरेन
जब बिहार से अलग झारखंड राज्य की मांग उठी थी, तब शिबू सोरेन के साथ चंपई भी आंदोलन में उतर गए। वे बहुत जल्द झारखंड टाइगर के नाम से मशहूर हो गए। चंपई सोरेन ने सरायकेला सीट से उपचुनाव में निर्दलीय विधायक के तौर पर राजनीतिक करियर की शुरुआत की। इसके बाद वे झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए। बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा की सरकार में चंपई सोरेन कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।