BHOPAL. आज इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे है। हर साल अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। ये दिन दोस्ती के नाम है। दोस्ती विश्वास और प्यार का आधार है। अगर दोस्ती की बात की जाए तो दिल और दिमाग में कई नाम सामने आ जाते हैं। सबसे मशहूर उदाहरण कृष्ण और सुदामा की मित्रता है। यदि आधुनिक युग की बात की जाए तो काल्पनिक से लेकर रियल लाइफ के भी कई किरदारों की दोस्ती मशहूर है। चाहे फिर वो फिल्मों के जय-वीरू, मुकेश अंबानी-मनोज मोदी की दोस्ती हो या फिर सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली की दोस्ती हो। आज हम आपको कुछ मशहूर हस्तियों की मित्रता के किस्सों बारे में बता रहे हैं।
भगवान कृष्ण ने धोए थे मित्र सुदामा के पैर
कृष्ण और सुदामा की मित्रता के बारे में कौन नहीं जानता है। हर मित्रता दिवस के अवसर पर जुबान पर सबसे पहला नाम कृष्ण-सुदामा का ही आता है। इनकी मित्रता साबित करती है कि दोस्ती अमीर-गरीब का फर्क नहीं देखती। इन दोनों की दोस्ती के कई किस्से हैं। एक बार गरीब सुदामा गरीब सुदामा कृष्ण से मिलने उनके महल गए थे। जिस समय वे अपने मित्र कृष्ण के लिए महज 3 मुट्ठी चावल लेकर गए थे। भगवान कृष्ण ने दोस्त के लाए चावलों को खुश होकर ग्रहण किया था, जिसके बदले में वे अपने मित्र को पूरी सृष्टि देने को तैयार हो गए थे। यही नहीं बल्कि कृष्ण ने एक राजा होते हुए भी अपने मित्र के पैर धोए थे।
जय-वीरू की दोस्ती
जय और वीरू भले ही काल्पनिक किरदार हों, लेकिन उनके जैसी दोस्ती शायद ही किसी ने देखी हो। कहते हैं न, काल्पनिक किरदार रियल लाइफ से ही प्रेरित होकर बनाए जाते हैं। 1975 की फिल्म शोले के ये किरदार अमिताभ बच्चन और धर्मेन्द्र ने निभाए थे। जिसे बहुत पसंद किया गया था। फिल्म में जय अपने दोस्त के लिए जान भी दे देता है। रियल लाइफ में भी अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र बेहद अच्छे दोस्त हैं।
मुकेश अंबानी-मनोज मोदी की दोस्ती के चर्चे
एशिया के सबसे अमीर शख्स और देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस के मालिक मुकेश अंबानी और रिलायंस रिटेल और रिलायंस जियो के डायरेक्टर मनोज मोदी की दोस्ती के चर्चे तो आपने सुने ही होंगे। दरअसल, मनोज मोदी को मुकेश अंबानी का दाहिना हाथ कहा जाता है। अंबानी और मोदी मुंबई ने साथ में यूनिवर्सिटी डिपार्टमेंट ऑफ कैमिकल टेक्नोलॉजी से केमिकल इंजीनियरिंग की है। रिलायंस कंपनी में भी दोनों ने लगभग साथ में ही प्रवेश किया था।
सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली की साझेदारी मशहूर
अगर दोस्ती की बात हो रही हो तो सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली को कौन भूल सकता है। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन और कांबली का याराना बहुत पुराना है। दोनों ने बचपन से लेकर टीम इंडिया तक एक साथ खेला है। यही नहीं बल्कि 1988 में दोनों की साझेदारी बहुत अच्छी थी। जब दोनों ने नॉटआउट 664 रनों की पार्टनरिशप करते हुए तहलका मचा दिया था। हालांकि, बाद में कांबली का करियर सचिन जितना लंबा नहीं रहा।