NEW DELHI. शिष्य के साथ रेप के आरोपी भगौड़े नित्यानंद ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा का न्योता मिलने का दावा किया है। उसका कहना है कि भारत जरूर जाऊंगा। कैलासा में भी जश्न होगा और मंदिरों में दीये जलेंगे।
सोशल मीडिया पर नित्यानंद ने क्या लिखा ?
नित्यानंद ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह एक ऐतिहासिक आयोजन है। इस दिन पारंपरिक प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भगवान राम की प्रतिमा को दुनिया के कल्याण के लिए मुख्य देवता के तौर पर स्थापित किया जाएगा। मुझे इस समारोह का आधिकारिक निमंत्रण मिला है। कैलासा में भी इस दौरान सेलिब्रेशन होगा। यहां कैलासा के समय के मुताबिक, रात 9 बजे मंदिरों में भगवान राम की पूजा होगी। रात 11 बजे अखंड राम जाप होगा।
कैलासा में अखंड राम जाप
समारोह में रात 12:30 बजे मुख्य अतिथि का स्वागत होगा। कैलासा के समय के मुताबिक 1:30 बजे जब भारत में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, तब कैलासा के मंदिरों में दीपक जलेंगे। नित्यानंद के यूट्यूब चैनल पर पूरे कार्यक्रम का प्रसारण होगा।
नित्यानंद पर शिष्यों ने लगाए थे आरोप
भारत में नित्यानंद के शिष्यों ने उस पर रेप और किडनैपिंग का आरोप लगाया था। 2019 में जमानत के बाद नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया था। उसने अपना अलग द्वीप कैलासा बसाने का दावा किया। उसे अलग देश का दर्जा मिलने का दावा किया। हालांकि अब तक किसी देश ने कैलासा को मान्यता नहीं दी है।
नित्यानंद ने बसाया कैलासा
2010 में नित्यानंद की शिष्या ने उस पर रेप का आरोप लगाया था। 2019 में गुजरात पुलिस ने बयान दिया था कि नित्यानंद के आश्रम में बच्चों को किडनैप करके रखा जाता है। पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया था, लेकिन नित्यानंद ने अपने खिलाफ लगे सभी आरोपों को खारिज किया है। नित्यानंद ने भारत से भागने के बाद कैलासा बसाया। वो अपने देश कैलासा को असली हिंदू राष्ट्र होने का दावा करता है। उसकी वेबसाइट है और दुनियाभर में उसके लाखों अनुयायी हैं।
UN मीटिंग में शामिल हुई थी कैलासा की दूत
जेनेवा में UN की मीटिंग में कैलासा की दूत विजयप्रिया नित्यानंद शामिल हुई थीं। नित्यानंद ने ट्वीट कर कहा था कि स्विटजरलैंड के जेनेवा में UN मीटिंग के दौरान कैलासा की एक महिला भक्त ने इकोनॉमिक और सोशल राइट्स के साथ सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर चर्चा में हिस्सा लिया। कैलासा की प्रतिनिधि नित्यानंद की तरह ही पारंपरिक कपड़ों और ज्वैलरी में नजर आईं थीं। हालांकि UN की ऑफिशियल वेबसाइट कैलासा को 193 मेंबर स्टेट्स में शामिल नहीं करती है।
क्या वाकई नित्यानंद को मिला न्योता ?
रामलला प्राण प्रतिष्ठा में कुछ चुनिंदा लोगों को ही न्योता भेजा गया है। फिलहाल ये बात साफ नहीं हो पाई है कि नित्यानंद को न्योता भेजा गया है या नहीं। अब देखना होगा कि 22 जनवरी को नित्यानंद रामलला प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में पहुंचता है या नहीं।