Ghaziabad. सोशल मीडिया में लाख बुराईयां हों, लेकिन कुछ अच्छाईयां भी हैं। गाजियाबाद में हुई घटना के बारे में जानेंगे तो आप भी यही कहेंगे। जी हां, गाजियाबाद में अभय शुक्ला नाम का एक युवक सुसाइड करने ही वाला था। उसके लिए युवक ने इंस्टाग्राम लाइव में सुसाइड करने का प्लान बनाया था। लेकिन फेसबुक और इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी मेटा हेडक्वार्टर में जैसे ही उसका वीडियो दिखाई देना शुरू हुआ, उनकी टीम ने यूपी पुलिस को अलर्ट भेज दिया। मोबाइल लोकेशन को पुलिस ने ट्रैक कर लिया और सुसाइड से पहले ही पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को बचा लिया गया।
13 मिनट में पुलिस ने दिखाई तत्परता
सबसे बड़ी और काबिले तारीफ बात यह है कि मेटा हेडक्वार्टर से मिले मैसेज के 13 मिनट में यूपी पुलिस ने तत्परता दिखाई और युवक को बचा लिया गया। इसके बाद पुलिस ने करीब 6 घंटे तक युवक की काउंसलिंग कराई और उसके परिवार के पहुंचने तक पुलिस युवक के साथ रही। दरअसल उत्तरप्रदेश पुलिस ने मेटा कंपनी से यह करार बीते साल मार्च में किया था कि फेसबुक या इंस्टाग्राम में सुसाइड संबंधी कोई भी पोस्ट दिखे तो तुरंत पुलिस को अलर्ट किया जाए।
लाइव सुसाइड का था प्रयास
दरअसल अभय शुक्ला नाम का युवक रात 10 बजे इंस्टा पर लाइव आकर फांसी का फंदा बनाने लगा। वीडियो देखते हुए मेटा हेडक्वार्टर ने यूपी पुलिस को ईमेल अलर्ट भेजा। ईमेल में अभय का रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर लिखा हुआ था। पुलिस ने तुरंत नंबर को सर्विलांस पर लिया और लोकेशन निकाल ली।
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सोशल मीडिया सेंटर ने गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर को अलर्ट ट्रांसफर किया। जहां से मैसेज संबंधित थाने पहुंचा। इस सबके बाद पुलिस ने युवक को फांसी लगाने से पहले ही रोक लिया। पूरी प्रक्रिया में महज 13 मिनट ही लगे। जिस वजह से युवक की जान बच गई।
घाटे में डूब गई थी बहन के ब्याह की रकम
कन्नौज के रहने वाले अभय शुक्ला ने बताया कि वह कैशिफाई कंपनी में जॉब करता था, जो पुराने मोबाइल खरीदने बेचने का काम करती है। अभय को हर मोबाइल पर 20 फीसद कमीशन मिलता था। फायदा होने पर युवक ने नौकरी छोड़कर इसी काम में पूरा ध्यान लगाया। मां से 1 लाख उधार लिए। लेकिन पूरी रकम डूब गई। जो कि उसकी बहन की शादी के लिए बचाई थी। इसी निराशा के चलते अभय सुसाइड करने की फिराक में था।
एसएचओ ने फोन पर बंधाया ढांढस
अलर्ट मैसेज मिलने के बाद विजय नगर एसएचओ अनीता चौहान ने बार-बार अभय को कॉल किया। तकरीबन आठवीं कॉल में अभय ने फोन उठाया। वह लगातार रोए जा रहा था। इस बीच एसएचओ ने युवक को पुचकार, समझाया और पानी पीने को कहा। एसएचओ ने युवक से कहा कि वह बस बात करता रहे। उसे बातों में लगाए रखा गया और तब तक टीम मौके पर पहुंच चुकी थी।