AMRITSAR. अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में एक लड़की को अंदर जाने से रोक दिया गया। लड़की चेहरे पर तिरंगा पेंट कराकर गई थी। जब वह मंदिर पहुंची तो पगड़ी पहने एक व्यक्ति ने उसे रोक दिया और माथा नहीं टेकने दिया। साथ ही कहा, ये पंजाब है, इंडिया नहीं है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। घटना कब की है। यह अभी तक पता नहीं चला है। लड़की हरियाणा की रहने वाली है और उसे रोकने वाला शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का कर्मचारी बताया जा रहा है। हालांकि, अभी तक इस बात की भी पुष्टि नहीं हुई कि कर्मचारी कमेटी का है या नहीं।
1) A girl was stopped from entering Golden Temple because she had an Indian flag painted on her face.
The man who denied her entry into Golden Temple said, this is Punjab not India. pic.twitter.com/IfUi74poIk
— Anshul Saxena (@AskAnshul) April 17, 2023
चेहरे पर तिरंगा इसलिए रोका
लड़की की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो में सिख ने कहा कि चेहरे पर तिरंगा इसलिए रोका। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि लड़की अपने हरियाणवी साथी को लेकर एक सिख के पास पहुंचती है। वह कह रही है कि इसी व्यक्ति ने उसे गोल्डन टेंपल में दाखिल होने से रोका था। लड़की के साथ आया व्यक्ति सिख से पूछता है- गुड़िया को जाने से क्यों रोका? सिख ने जवाब दिया- इसने अपने चेहरे पर तिरंगा बना रखा है इसलिए रोका। लड़की के साथी ने फिर पूछा- क्या यह इंडिया नहीं है तो सिख ने जवाब दिया- यह इंडिया नहीं है। यह पंजाब है, इंडिया नहीं है।
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लड़की का मोबाइल छीनने की कोशिश, हाथापाई
लड़की सिख से बात करते हुए उसका वीडियो भी बना रही थी। वीडियो बनाने पर वह चिढ़ गया। इंडिया और पंजाब की बात पर लड़की गुस्से में कहती है कि यह क्या बकवास है। इस पर रोकने वाले सिख का दूसरा साथी खफा हो गया और लड़की का मोबाइल छीनने की कोशिश की। बात हाथापाई तक पहुंच गई।
कमेटी ने घटना पर जताया अफसोस
बाद में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने कहा कि यहां किसी भी जाति-धर्म-देश के व्यक्ति को नहीं रोका जाता है। कमेटी ने कहा कि गोल्डन टेंपल श्री गुरु रामदास जी का दरबार है। इसमें किसी भी जाति, धर्म, देश के व्यक्ति को आने से नहीं रोका जाता और ना रोका जा सकता है। कमेटी के महासचिव गुरचरण ग्रेवाल ने कहा कि लड़की के साथ हुई घटना का हमें अफसोस है।
वायरल वीडियो पर ऐतराज
कमेटी के महासचिव ग्रेवाल ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो पर भी ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि इस घटना को मुद्दा बना रहे लोगों को यह याद रखना चाहिए कि तिरंगे के लिए और देश की आजादी के लिए 100 में से 90 कुर्बानियां सिखों ने दी हैं। सिखों ने ही तिरंगे की शान को दुनिया में बढ़ाया है।