/sootr/media/post_banners/3fc2ca750a4b351dff6aa4862d37caf1321036b9600f4a09bac86fa044ccf6a9.jpeg)
NEW DELHI. देश के पशु कल्याण बोर्ड ने 14 फरवरी यानी वैलेंटाइन डे को को काउ हग डे मनाने की अपील को वापस ले लिया है। मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के पशुपालन व डेयरी विभाग के अंतर्गत आने वाले एडब्ल्यूबीआई ने 14 फरवरी को काउ हग डे के रूप में मनाने की अपील की थी। बोर्ड ने कहा था कि काउ हग डे के दिन गायों को गले लगाया जाए। बता दें कि कई संगठन 14 फरवरी का विरोध करते है और इस दिन कुछ और दिवस मनाने की अपील करते रहते हैं।
सोशल मीडिया पर बने थे मीम्स और जोक्स
एडब्ल्यूबीआई की ओर से 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे की बजाए काउ हग डे के रूप में मनाने की अपील के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने मजेदार मीम्स और जोक्स बने थे। हालांकि, गाय को गले लगाने के फायदे भी हैं। पशु कल्याण बोर्ड ने उदाहरण दिया था कि गाय को गले लगाने से भावनात्मक समृद्धि आएगी और व्यक्तिगत और सामूहिक खुशी बढ़ेगी।
ये भी पढ़ें...
दुनिया भर के मीडिया में थी एडब्ल्यूबीआई के आदेश की चर्चा
एनिमल वेलफेयर बोर्ड की ओर से पहली बार इस तरह की अपील जारी की गई थी। इसकी दुनिया भर के मीडिया में चर्चा हुई थी। माना जा रहा है कि इन चर्चाओं के बाद ही मंत्रालय ने बोर्ड को आदेश दिया कि वह काउ हग डे मनाने की अपील को वापस ले ले। विपक्षी नेताओं की ओर से भी इस तरह की अपील पर तंज कसा गया था। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि हग डे की बजाय यदि मनाना ही है तो स्पर्श दिवस नाम रखा जाना चाहिए।
शिवसेना, टीएमसी, सीपीआई (एम) ने भी ली थी चुटकी
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने'काउ हग डे' पहल का मजाक उड़ाया था और पीएम नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए दावा किया कि अरबपति उद्योगपति गौतम अडानी प्रधानमंत्री के लिए "होली काउ" थे। वहीं टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने कहा कि काउ हग डे मुख्यधारा के मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए लाया गया है। सीपीआई (एम) के एलामारम करीम ने गाय हग डे को "हास्यास्पद" फैसला और देश के लिए शर्मनाक बताया था। कांग्रेस की रजनी पाटिल ने कहा था, मैं एक किसान परिवार से हूं। मैं सिर्फ एक दिन नहीं बल्कि हर दिन अपनी गाय को गले लगाती हूं और यह केवल बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए है।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us