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NEW DELHI. नरेंद्र मोदी सरकार के लिए मई की शुरुआत तीन अच्छी खबरों से हुई है। पहली-जीएसटी कलेक्शन से जुड़ी है। जीएसटी कलेक्शन अप्रैल में नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। इसके अलावा दूसरी खबर-ऑटो सेक्टर से है, जहां अप्रैल 2023 में गाड़ियों की जबर्दस्त सेल दर्ज की गई है। इसके अलावा तीसरी अच्छी खबर आई है मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर से। जहां पीएमआई (Manufacturing PMI) चार महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया है। आगे इन तीनों खबरों को विस्तार से जानते हैं-
पहली अच्छी खबर- जीएसटी कलेक्शन
जीएसटी के मोर्चे पर मोदी सरकार के लिए वित्त-वर्ष 2023-24 का आगाज बेहद शानदार है। वस्तु एवं सेवा कर (GST) देश में पहली बार 1 जुलाई, 2017 को लागू किया गया था। पिछले करीब 6 साल में पहली बार अप्रैल-2023 में रिकॉर्ड जीएसटी का कलेक्शन हुआ है। अप्रैल में जीएसटी कलेक्शन 1.87 लाख करोड़ रुपए रहा। इससे पहले सबसे ज्यादा जीएसटी कलेक्शन अप्रैल 2022 में 1.68 लाख करोड़ रुपए का रहा था। अप्रैल 2022 के मुकाबले पिछले महीने 19,495 करोड़ रुपए का ज्यादा GST कलेक्शन हुआ।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल में कुल 1,87,035 करोड़ जीएसटी कलेक्शन में CGST कलेक्शन 38,440 करोड़ रुपए, SGST कलेक्शन 47,412 करोड़ रुपए, IGST कुल 89,158 करोड़ रुपए और सेस के रूप में 12.025 करोड़ रुपए की वसूली हुई। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, अप्रैल 2023 में जीएसटी कलेक्शन बीते साल के अप्रैल महीने के मुकाबले 12 फीसदी अधिक है।
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दूसरी अच्छी खबर- मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर
मोदी सरकार के लिए दूसरी गुड न्यूज मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से आई है। विनिर्माण के लिए भारत का पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) अप्रैल 2023 में बढ़कर 4 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया है। यह 57.2 पर रहा, जबकि इससे पहले मार्च में यह 56.4 पर था। एस एंड पी ग्लोबल के सर्वे के मुताबिक, नए ऑर्डर मिलने और प्रोडक्शन में इजाफे के चलते मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई में तेजी दर्ज की गई है। पीएमआई का 50 अंक से ऊपर रहना उस सेक्टर की ग्रोथ को प्रदर्शित करता है। वहीं 50 से नीचे का आंकड़ा संबंधित क्षेत्र की गतिविधियों में संकुचन को दर्शाता है।
सर्वे रिपोर्ट अनुसार, अप्रैल में फैक्टरी ऑर्डर और प्रोडक्शन सबसे तेजी से बढ़ा है। इसके साथ ही बीते महीने मार्च में भी लगातार 22वें महीने विनिर्माण उत्पादन में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई थी। S&P Global Market Inteligance में इकनॉमिक्स एसोसिएट डायरेक्टर पॉलियाना डी लीमा ने कहा कि अप्रैल में उत्पादन में वृद्धि सुधरी है, जो नए ऑर्डर में तेज वृद्धि को दर्शाता है। कंपनियों को कीमतों के कम दबाव, बेहतर अंतरराष्ट्रीय बिक्री और आपूर्ति श्रृंखला बेहतर होने का लाभ मिला है। इसके साथ ही रोजगार सृजन में भी वृद्धि देखने को मिली है।
तीसरी अच्छी खबर- ऑटोमोबाइल सेक्टर
तीसरी अच्छी खबर ऑटोमोबाइल सेक्टर से आई है। सोमवार, 1 मई को अप्रैल महीने में गाड़ियों की बिक्री के आंकड़े (Car Sales In April 2023) जारी किए गए। इसमें देखने को मिला कि देश में मारुति से लेकर टाटा मोटर्स तक ज्यादातर सभी कार कंपनियों की सेल में इजाफा दर्ज किया गया है। अप्रैल में सबसे ज्यादा गाड़ियां मारुति की बिकी हैं, कंपनी ने 1,43,558 कारें बेची हैं, वहीं इससे पिछले साल यानी अप्रैल 2022 में 1,32,248 गाड़ियों की बिक्री हुई थी।
दूसरे नंबर पर हुंडई मोटर्स इंडिया लिमिटेड रही और अप्रैल 2023 में कंपनी की 49,701 कारें बेची गईं, जबकि बीते साल की समान अवधि में ये आंकड़ा 44,001 रहा था. इसके बाद बात करें टाटा मोटर्स की तो अप्रैल में टाटा ने अपनी इलेक्ट्रिक और आईसी इंजन वाली यात्री कारों की 47,007 यूनिट्स बेचीं, जबकि अप्रैल 2022 में कंपनी की 41,587 यूनिट सेल हुई थीं।
यात्री व्हीकल सेगमेंट में जापानी कार कंपनी टोयोटा ने इस साल अप्रैल माह में करीब 15,510 कारों की बिक्री की है, जबकि एमजी मोटर्स ने 4,551 कारें बेची हैं। किआ मोटर्स की कारों की सेल भी जोरदार रही। अप्रैल 2023 में कंपनी की 23,216 कारें बिकीं, जो अप्रैल 2022 के मुकाबले 22 फीसदी ज्यादा है, बीते साल की समान अवधि में किआ ने 19,019 कारें बेची थीं।