AHMEDABAD. इस समय बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लगातार सुर्खियों में हैं। हाल ही में (13-17 मई) उनकी पटना में कथा हुई। एयरपोर्ट पर उन्हें देखने हुजूम लग गया। अब धीरेंद्र शास्त्री गुजरात के सूरत, राजकोट और अहमदाबाद में अलग-अलग तारीखों में अपना दरबार लगाने जा रहे हैं. इसी क्रम में उनका पहला दरबार डायमंड सिटी सूरत में लगेगा। इसी बीच सूरत के एक डायमंड कारोबारी ने धीरेंद्र शास्त्री को चैलेंज दिया है। हीरा व्यवसायी जनक बाबरिया ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट करके कहा, अगर बाबा सबके सामने अपने दरबार में डायमंड पैकेट के अंदर कितने हीरे हैं, बता दें तो मैं उन्हें दो करोड़ रुपए के हीरे दे दूंगा।
तो बाबा की दिव्य शक्ति मान लूंगा
धीरेंद्र शास्त्री को चुनौती देने वाले डायमंड कारोबारी जनक बाबरिया ने एक न्यूज चैनल को बताया कि अगर बाबा में दिव्य शक्ति है तो मैं उनके सामने 5 से 7 सौ कैरेट के डायमंड पैकेट में लेकर जाएगा। पैकेट के अंदर कितने हीरे हैं, अगर बाबा ये बता देंगे तो सभी डायमंड उनके चरणों में अर्पित कर दूंगा और उनकी दिव्य शक्ति स्वीकार कर लूंगा।
बिहार में बागेश्वर की कथा में बने कई कीर्तिमान
बिहार में 13 मई से 17 मई तक चली धीरेंद्र शास्त्री की कथा में कई रिकॉर्ड बने। 5 दिन में कथा में भक्तों की संख्या 30 लाख के पार हो गई थी। यही नहीं, करीब 18 लाख अर्जियां लगाई गईं। पटना से लेकर नौबतपुर के तरेत पाली मठ तक सबकुछ बागेश्वर सरकार के रंग में रंग गया। धीरेंद्र शास्त्री की बिहार की कथा के ऐलान के साथ ही सियासत भी शुरू हो गई थी। आरजेडी ने उनका विरोध किया था। मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा था कि उनको एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देंगे। मगर, बाबा पटना के जिस इलाके में भी गए, भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
पहले भी दी गई थी बाबा बागेश्वर को चुनौती
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नागपुर ने भी कथा की थी और दरबार लगाया था। उस दौरान नागपुर की अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के प्रमुख श्याम मानव ने धीरेंद्र शास्त्री को चमत्कार साबित करने की चुनौती दी थी। पुलिस में शिकायत भी की थी, बाद में पुलिस ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी। नागपुर की कथा के बाद बाबा बागेश्वर की रायपुर में कथा हुई थी, भक्तों ने श्याम मानव को रायपुर आने को कहा था।
बिहार में बागेश्वर की कथा में बने कई कीर्तिमान
बिहार में 13 मई से 17 मई तक चली धीरेंद्र शास्त्री की कथा में कई रिकॉर्ड बने। 5 दिन में कथा में भक्तों की संख्या 30 लाख के पार हो गई थी। यही नहीं, करीब 18 लाख अर्जियां लगाई गईं। पटना से लेकर नौबतपुर के तरेत पाली मठ तक सबकुछ बागेश्वर सरकार के रंग में रंग गया। धीरेंद्र शास्त्री की बिहार की कथा के ऐलान के साथ ही सियासत भी शुरू हो गई थी। आरजेडी ने उनका विरोध किया था। मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा था कि उनको एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देंगे। मगर, बाबा पटना के जिस इलाके में भी गए, भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
प्रसाद वालों ने किया 5 करोड़ से ज्यादा का कारोबार
धीरेंद्र शास्त्री के सामने अर्जी लगाने के लिए नारियल को लाल कपड़े में बांधकर कथा वाले स्थान पर रखा जाता है। धीरेंद्र शास्त्री की कथा पटना के तरेत पाली मठ में हुई थी। इसके पास स्थित प्रसाद और नारियल की दुकान लगाने वालों ने सिर्फ इन दोनों चीजों की बिक्री से 5 करोड़ रु. से ज्यादा का बिजनेस किया।
हनुमंत कथा के पांचवें दिन कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री बेहद भावुक दिखे। जाते-जाते उन्होंने ऐलान किया कि वो एक बार फिर नौबतपुर आएंगे। यहां उन्होंने लोगों को भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प भी दिलाया। इसके अलावा बिहार के लोगों को माथे पर तिलक और घरों के आगे धर्म ध्वज लगाने का काम भी सौंपा।
बाबा की कथा को लेकर राजनीति
कथा शुरू होने से पहले बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव ने ऐलान किया था कि धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वाले बाबा बागेश्वर को किसी भी हाल में पटना एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देंगे। एयरपोर्ट पर ही धीरेंद्र शास्त्री को घेर लेंगे। तेज प्रताप के बयान पर पलटवार करते हुए बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि आरजेडी सुप्रीमो का पूरा परिवार हवाबाज है। अगर, लालू के परिवार के किसी भी सदस्य में हिम्मत हो तो धीरेंद्र शास्त्री को छूकर दिखा दे।