नई दिल्ली. हरियाणा ( Haryana ) विधानसभा ( vidhansabha ) में नायब सैनी ( nayab saini ) सरकार ने ध्वनिमत से विश्वास मत हासिल कर लिया है। इस मसले पर करीब दो घंटे तक लंबी चर्चा हुई। सैनी ने कल शाम ही हरियाणा सरकार में नए सीएम की शपथ ली थी। विधानसभा में विश्वास मत को लेकर बीजेपी से अलग हुई पार्टी ने जेजेपी ने अपने दस विधायकों को व्हिप जारी कर वोटिंग के दौरान गैर-मौजूद रहने के का आदेश दिया था, लेकिन पांच सदस्य सदन में थे, लेकिन विश्वास मत का मुद्दा उठाया गया, तो पार्टी के पांचों विधायक सदन से बाहर गए। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विधानसभा की सदस्यता छोड़ दी है। वे करनाल से विधायक थे।
कामकाज में जुट गए सैनी
यह अलगाव इसलिए पैदा हुआ क्योंकि बीजेपी चाहती थी आगामी लोकसभा चुनाव में वह लोकसभा की सभी 10 सीटों पर चुनाव लड़े, लेकिन जेजेपी भी एक-दो सीटें चाहती थी। बीजेपी उसे एक भी सीट देने के मूड में नहीं थी, जिसके बाद दोनों ने अपनी अलग राह पकड़ ली। नए सीएम सैनी ने कल देर रात अपना पहला ऑर्डर भी जारी किया। उन्होंने रिटायर IAS अफसर राजेश खुल्लर को अपना CPS सीएम लगाया है। इससे पहले खुल्लर पूर्व सीएम मनोहर लाल के कार्यकाल में भी इसी पद पर तैनात थे। गौरतलब है कि कल राजनिवास में सैनी के शपथग्रहण समारोह के दौरान पांच विधायकों ने मंत्रीपद की शपथ ली थी, जिनमें छछरौली से भाजपा विधायक कंवर पाल गुर्जर, बल्लभगढ़ से विधायक मूलचंद शर्मा, रानियां से निर्दलीय विधायक रणजीत सिंह चौटाला, लोहारु से भाजपा विधायक जेपी दलाल और बावल से भाजपा विधायक डॉ. बनवारी लाल ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। उम्मीद है कि जल्द ही केबिनेट का विस्तार होगा।