ये तो हम सब जानते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां बड़ी संख्या में लोग कृषि से जुड़े हुए हैं। साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था भी बहुत हद तक कृषि पर ही निर्भर करती है। ऐसे में खेती किसानी कर रहे किसानों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो इस बात का सरकार पूरा ध्यान रखती है , लेकिन ये भी हम सब जानते है कि किसानों को खेती करने के लिए कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने देश के किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए लोन मुहैया कराने की योजना शुरू की है।
किसान क्रेडिट कार्ड एक महत्वपूर्ण सुविधा है, जो उन्हें खेती और अन्य कृषि कार्यों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है तो आइए आज आपको बताते हैं कि ये क्रेडिट कार्ड कैसे बनाया जाता है।
क्या होता है किसान क्रेडिट कार्ड
आपको बता दें कि किसान क्रेडिट कार्ड ( केसीसी ) भारतीय किसानों को उनकी कृषि आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बैंकों द्वारा जारी किया जाता है। इसके माध्यम से किसान कम ब्याज दर पर लोन प्राप्त कर सकते हैं, जिसे वे खेती, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन आदि कार्यों में उपयोग कर सकते हैं।
कैसे बनाते हैं केसीसी
- अगर आप किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको सबसे पहले किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा। फिर यहां किसान क्रेडिट कार्ड फॉर्म डाउनलोड करें।
- इसके बाद फॉर्म भरकर अपने नजदीकी बैंक में जमा कर दें और इसके साथ जरूरी दस्तावेज भी साथ में लगा दें।
- इसके बाद बैंक द्वारा आपको किसान क्रेडिट कार्ड जारी कर दिया जाता है। हालांकि आप अपने नजदीकी बैंक में जाकर भी फॉर्म ले सकते हैं।
जरूरी दस्तावेज
- आवेदक का पैन कार्ड
- आवेदक का आधार कार्ड
- आवेदक की पासपोर्ट साइज फोटो
- शपथ पत्र, जिसमें जानकारी होती है कि आपने किसी अन्य बैंक से कर्ज नहीं लिया है।
- क्रेडिट लिमिट
- जानकारी के मुताबिक किसान क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है।
किसान क्रेडिट कार्ड के लाभ
तुरंत मिलता है लोन
किसानों को खेती के मौसम में तुरंत ऋण मिल जाता है, जिससे उन्हें फसल उत्पादन के लिए आवश्यक सामग्री खरीदने में मदद मिलती है।
कम ब्याज दर
केसीसी पर ब्याज दर अन्य कृषि ऋणों की तुलना में कम होती है।
लचीला भुगतान
किसान फसल बेचने के बाद ऋण का भुगतान कर सकते हैं, जिससे उन्हें वित्तीय बोझ कम होता है।
फसल बीमा
कई बैंक केसीसी के साथ फसल बीमा की सुविधा भी प्रदान करते हैं, जिससे किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान से सुरक्षा मिलती है।
अधिकतम ऋण सीमा
किसानों को अधिकतम 3 लाख रुपए तक का ऋण दिया जा सकता है।
कोई संपत्ति गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं
केसीसी लेने के लिए किसानों को कोई संपत्ति गिरवी रखने की आवश्यकता नहीं होती है।
अधिक सुविधाएं
कुछ बैंक केसीसी धारकों को अतिरिक्त सुविधाएं जैसे कि एटीएम कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग आदि भी प्रदान करते हैं।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक