क्रिकेट में बाउंड्री पर उछलकर कैच पकड़ने के नियमों में अब बदलाव होंगे। ICC और MCC ने इस तरह के कैच के नियमों में बड़े बदलाव का निर्णय लिया है। नए नियमों के अनुसार, बाउंड्री पर ‘बनी हॉप’ अब इलीगल होगा। ‘बनी हॉप’ का मतलब है जब खिलाड़ी बाउंड्री के बाहर जाकर हवा में उछलकर गेंद को अंदर फेंककर कैच पकड़ता है। अब बाउंड्री के अंदर रहकर ही गेंद को टच करना होगा।
क्रिकेट में बाउंड्री कैच का रोमांच
क्रिकेट प्रेमियों के लिए बाउंड्री पर पकड़े गए असाधारण कैच हमेशा चर्चा का विषय रहे हैं। दर्शकों की सांसें थम जाती हैं जब कोई खिलाड़ी सीमा रेखा पर उछलकर गेंद को पकड़ता है। लेकिन अब ऐसे कैचों के नियम में बदलाव किया गया है जो क्रिकेट की फील्डिंग तकनीक को पूरी तरह से बदल सकता है।
क्या है 'बनी हॉप'
‘बनी हॉप’ वह प्रक्रिया है जब कोई खिलाड़ी बाउंड्री के बाहर हवा में जाकर गेंद को अंदर फेंकता है और फिर लौटकर कैच लेता है। अब इस तकनीक को ICC और MCC ने अवैध मानने का फैसला किया है। नए नियम के अनुसार गेंद को सिर्फ बाउंड्री के अंदर रहकर ही टच किया जा सकता है। बाहर जाकर दो बार गेंद को हवा में उछालने की प्रक्रिया अब अमान्य होगी।
अब एक बार की छूट ही मान्य होगी
फील्डर अब केवल एक बार गेंद को हवा में उछाल सकता है और वह भी तब जब उसका पैर बाउंड्री के अंदर हो। दो बार उछालने, बाउंड्री के बाहर गिरने या हवा में कैच की लंबी प्रक्रिया अब वैध नहीं मानी जाएगी। यह बदलाव ICC के स्तर पर जून 2025 से लागू होगा, जबकि MCC इसे अक्टूबर 2026 से अपनाएगा।
दो फील्डर्स का कैच तभी वैध
अब यदि दो फील्डर मिलकर बाउंड्री पर कैच लेते हैं, तो दोनों को गेंद के संपर्क से पहले बाउंड्री के अंदर होना अनिवार्य होगा। पहले एक खिलाड़ी बाहर जाकर गेंद को उछालता था और दूसरा अंदर रहकर कैच लेता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। दोनों की स्थिति अब निर्णायक बन गई है।
नेसर और ब्रेविस जैसे कैच अब इतिहास
BBL 2023 में माइकल नेसर द्वारा लिया गया कैच, जिसमें उन्होंने बाउंड्री के बाहर गेंद को दो बार हवा में उछाला और अंत में कैच पकड़ा, अब अवैध माना जाएगा। IPL 2025 में डेवाल्ड ब्रेविस ने भी इसी प्रकार का कैच लिया था, जो अब भविष्य में मान्य नहीं होगा। इस प्रकार के कैच अब केवल वीडियो हाइलाइट्स में ही देखे जा सकेंगे।
कई पुराने कैच बने विवाद की जड़
2020 में मैथ्यू वेड का एक शॉट भी विवादों में था जिसे रैनशॉ और बंटन की जोड़ी ने बाउंड्री पर मिलकर पकड़ा था। रैनशॉ बाउंड्री के बाहर गिरे थे, लेकिन फिर भी कैच मान्य हुआ। इस प्रकार के निर्णयों ने फील्डिंग नियमों में पारदर्शिता को लेकर सवाल खड़े किए और बदलाव की मांग की गई।
thesootr links
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, दोस्तों, परिवारजनों के साथ 🤝 शेयर करें
📢🔄 🤝💬👫
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल | किक्रेट | hindi news | देश दुनिया न्यूज