NEW DELHI. दुनियाभर में कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए भारत सरकार एक्शन मोड में आ गई है। इसी क्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया 23 दिसंबर को राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। इससे पहले 22 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई थी और अधिकारियों को कड़ी निगरानी की सलाह दी थी। पीएम ने जिनोम सीक्वेंसिंग और टेस्टिंग बढ़ाने पर भी जोर दिया था।
भारत की नए वैरिएंट को रोकने की कोशिश, लोगों की इम्यूनिटी अच्छी, इसलिए लॉकडाउन की संभावना नहीं
22 दिसंबर को मांडविया ने संसद में कोरोना को लेकर जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि हम स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। चीन से कोई फ्लाइट सीधे भारत नहीं आ रही है। हालांकि, लोग अलग-अलग रास्तों से चीन से भारत आ रहे हैं। हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि वायरस का कोई नया वैरिएंट भारत में ना आए और साथ ही लोगों को भी यात्रा करने में कोई असुविधा ना हो। वहीं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के डॉ. अनिल गोयल ने कहा कि भारत में लॉकडाउन की जरूरत नहीं पड़ेगी। चीन की तुलना में भारत के लोगों की इम्यूनिटी ज्यादा स्ट्रॉन्ग है। भारत की 95% आबादी में कोरोना के खिलाफ इम्यूनिटी बनी है, लिहाजा देश में लॉकडाउन की जरूरत नहीं पड़ेगी।
इंटरनेशनल फ्लाइट्स में लोगों की रैंडम जांच होगी
पीएम मोदी ने 22 दिसंबर को हाईलेवल रिव्यू मीटिंग की। इसमें उन्होंने कहा कि कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर लोग मास्क पहनें। वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय से 24 दिसंबर से एयरपोर्ट्स पर हर इंटरनेशनल फ्लाइट में आने वाले यात्रियों में से 2% लोगों का रैंडम कोविड टेस्ट सुनिश्चित करने के लिए कहा है, ताकि देश में कोरोना के किसी भी नए वैरिएंट के प्रवेश के जोखिम को कम किया जा सके।
मोदी ने कहा कि कि सभी स्तरों पर कोविड बुनियादी ढांचा, उपकरण, प्रक्रियाएं और मानव संसाधन के मामले में तैयारियां बेहतर बनीं रहें। बैठक के दौरान प्रधानमंत्रीको बताया गया कि दवाओं, टीकों और अस्पताल में बेड की पर्याप्त उपलब्धता है। मोदी ने जरूरी दवाओं की उपलब्धता और कीमतों की नियमित निगरानी करने की सलाह दी है।
कोरोना को लेकर मध्य प्रदेश से अच्छी खबर
मध्यप्रदेश में कोविड पॉजिटिविटी रेट 22 दिसंबर को शून्य हो गई। स्वास्थ्य संचालनालय के कोविड हेल्थ बुलेटिन में ये बात कही गई है। 22 दिसंबर को प्रदेश की अलग-अलग लैब्स में कोविड संदिग्ध मरीजों के भेजे गए 100 सैंपलों की जांच की गई, जो जांच में निगेटिव निकले। कोविड के नए वैरिएंट BF.7 के अलर्ट के बीच भोपाल में 22 दिसंबर को कोरोना जांच के लिए 95 सैंपल लिए गए। यह सैंपल गांधी मेडिकल कॉलेज, एम्स और दूसरे लैब भेजे गए हैं। सभी की रिपोर्ट 23 दिसंबर को आने की उम्मीद है।
आंकड़े छिपाने में लगा चीन, 7 दिसंबर के बाद से नहीं मिला कोई डेटा
डब्ल्यूएचओ की वीकली रिपोर्ट में 7 दिसंबर तक चीन में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या को दिखाया गया है। चार दिसंबर तक ये मामले 28,859 थे, जो बीते तीन सालों में चीन में सबसे ज्यादा है। हालांकि, चीन ने 7 दिसंबर को जीरो कोविड पॉलिसी से कदम पीछे खींच लिए थे। इसके बाद से चीन ने डब्ल्यूएचओ को कोई डेटा शेयर नहीं किया।
चीन के बीजिंग, गुआंगझोऊ, शेनझेंग और शंघाई जैसे शहरों में हालात काफी खराब हैं। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, चीन में महामारी के बढ़ते दबाव को देखते हुए लोगों को बताया जा रहा है कि यह मौसमी फ्लू जैसा है और नया ओमिक्रॉन वैरिएंट बहुत खतरनाक नहीं है। महामारी वैज्ञानिक झोंग नानशान ने यहां तक कहा कि ओमिक्रॉन वायरस साधारण सर्दी-जुकाम से ज्यादा कुछ भी नहीं है, इसलिेए घबराएं नहीं। जबकि शून्य-कोविड नीति में ढील देने के बाद अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ने लगे हैं और मुर्दाघरों में हालात खराब हैं।
सरकारी आंकड़ों में चीन में बीते तीन दिनों में कोरोना वायरस से किसी की मौत नहीं हुई है। सरकारी आंकड़ों में 2019 से अभी तक मरने वालों की संख्या महज 5,241 है। शंघाई के डेजी अस्पताल ने बुधवार को अपने आधिकारिक वीचैट अकाउंट में बताया कि शहर में इस समय 54 लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं, महीने के अंत तक यह संख्या बढ़कर 1.25 करोड़ तक जा सकती है।
दुनिया में कोरोना
दुनियाभर में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना के आंकड़ों पर नजर रखने वाली संस्था Worldometers के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में दुनिया में कोरोना के 4.92 लाख केस सामने आए हैं, 1374 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। जापान में पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 1.84 लाख केस सामने आए। अमेरिका में 43 हजार 263, फ्रांस में 49 हजार 517, ब्राजील में 43 हजार 392 और साउथ कोरिया में 75 हजार 744 केस मिले हैं। पिछले 24 घंटे में अमेरिका में 289 लोगों की मौत हुई, जबकि जापान में कोरोना से 339 लोगों की जान गई है। ब्राजील में भी 165 लोगों की मौत हुई है।