NEW DELHI/BHOPAL/RAIPUR. दिल्ली का कोर्ट भी अब सुरक्षित नहीं है। 21 अप्रैल की सुबह साकेत कोर्ट में सनसनीखेज वारदात सामने आई। यहां एक महिला को गोली मार दी गई। महिला को गवाही के लिए कोर्ट लाया गया था। टीआई ने महिला को अपनी गाड़ी से अस्पताल में भर्ती कराया। घटना के बाद दिल्ली पुलिस में हड़कंप मच गया है। सूचना के बाद सारे वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि महिला को एक के बाद एक चार गोली मारी गईं। इससे पहले पिछले साल रोहिणी कोर्ट में घुसकर भरी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने साकेत कोर्ट परिसर में हुई फायरिंग की घटना पर गंभीर चिंता जताते हुए इशारों ही इशारों में एलजी वीके सक्सेना पर निशाना साधा। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। दूसरों के कामों में अड़चन पैदा करने के बजाय सबको अपने काम पर ध्यान देना चाहिए। अगर नहीं संभलता तो इस्तीफा दे देना चाहिए।
अतीक के लिए नारे लगे
बिहार के पटना में जुम्मे की अलविदा की नमाज के बाद रोजेदारों ने 'अतीक अहमद अमर रहें' के नारे लगाए। यह मामला पटना स्टेशन के पास स्थित जामा मस्जिद के नजदीक का बताया जा रहा है। यहां रोजेदार अलविदा की नमाज पढ़ने के लिए पहुंचे थे। इनमें अतीक अहमद के समर्थक भी थे, जिन्होंने ऐलान किया कि अतीक अहमद और अशरफ की शहादत हुई है। दोनों को योजना के तहत मारा गया। इससे पहले महाराष्ट्र के बीड में भी 19 अप्रैल को कुछ लोगों ने गैंग्स्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद के समर्थन में पोस्टर लगाया था। इस विवादित पोस्टर के बारे में जानकारी होते ही पुलिस ने एक्शन लेते हुए चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार किया था। पोस्टर में अतीक और अशरफ को शहीद बताया गया था।
पुंछ आतंकी हमले में खुलासा
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में 20 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। खुफिया सूत्रों का कहना है कि इस हमले को 5 आतंकियों ने अंजाम दिया था। इसमें 3 आतंकी विदेशी और दो स्थानीय थे। ये बात भी सामने आई है कि हमले का मकसद G-20 की बैठक से पहले खौफ पैदा करना था। इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। इस हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के 5 जवान शहीद हो गए, जबकि एक घायल हुआ है। आतंकियों ने उस वक्त अंधाधुंध फायरिंग और ग्रेनेड दागे, जब सेना का वाहन भिंबर गली और पुंछ के बीच था। भारी बारिश और लो विजिबिलिटी का फायदा उठाकर आतंकियों ने घात लगाकर हमले को अंजाम दिया। इस दौरान किए गए ग्रेनेड हमले से वाहन में आग लग गई।
ओवैसी बोले- अतीक के हत्यारों के पास पैसे कहां से आए?
यूपी पुलिस की कस्टडी में माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या पर एआईएमआईएम के मुखिया और सांसद असदुद्दीन ओवौसी ने यूपी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया है कि उसके हत्यारे आतंकी हैं। उन्होंने आरोपियों पर अनलॉफुल एक्टीविटीज प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) नहीं लगाए जाने को लेकर यूपी सरकार पर कई सवाल दागे। AIMIM सांसद ने हत्या की साजिश पर सवाल उठाते हुए कहा, 'इस्तेमाल किए गए प्रत्येक हथियार की कीमत 8 लाख रुपए है। हमने मीडिया रिपोर्ट्स में देखा है कि हत्या के एक आरोपी का परिवार झोपड़ी में, जबकि दूसरे का परिवार एक कमरे में रहता था। उनके पास यह अवैध धन कैसे आया।
ग्वालियर में पतंजलि डिस्ट्रीब्यूटर बनाने का झांसा देकर 14 लाख की धोखाधड़ी
देव श्रीमाली,GWALIOR. ग्वालियर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के आनंद नगर इलाके में रहने वाले एक व्यापारी के साथ ₹14 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यह धोखाधड़ी पतंजलि स्टोर का डिस्ट्रीब्यूटर बनाने का झांसा देकर की गई है। फरियादी व्यापारी की शिकायत पर थाना बहोड़ापुर पुलिस ने धोखाधड़ी करने वाले आरोपी पर अपराध पंजीबद्ध कर उसकी तलाश शुरू कर दी है । पुलिस के अनुसार आनंद नगर में रहने वाले श्रेयांश जैन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि वह राम मंदिर के पास रहने वाले अभय जैन से उंसकी पुरानी जान पहचान थी और उसने बताया कि उसके बहुत सम्पर्क हैं और वह उसे पतंजलि के प्रोडक्ट का डिस्ट्रीब्यूटर बनवा सकता है। उसने भरोसा करके उंसके द्वारा बताए अनुसार कार्यवाही शुरू कर दी। अभय जैन ने पतंजलि स्टोर का डिस्ट्रीब्यूटर बनाने के बहाने उससे अपने अकाउंट में पहले ₹260000 डलवाए बाद में अन्य राशि भी ली गई और कुल 14 लाख रुपए ले लिए। इतनी बड़ी धनराशि देने के बावजूद न तो श्रेयांश जैन को पतंजलि स्टोर की डिस्ट्रीब्यूटरशिप मिली और न ही रुपए वापस मिले । ऐसे में पीड़ित व्यापारी ने बहोड़ापुर थाने में शिकायत की तो पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।