NEW DELHI/BHOPAL/RAIPUR. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दावा किया है कि केंद्र ने विधानसभा में पेश होने वाले दिल्ली सरकार के बजट पर रोक लगा दी है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि प्लीज बजट मत रोकिए। आप हम दिल्ली वालों से क्यों नाराज हैं? देश के 75 साल के इतिहास में पहली बार किसी राज्य का बजट रोका गया हैं। केजरीवाल ने चिट्ठी में लिखा कि दिल्ली वाले आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहे हैं कि हमारा बजट पास कर दीजिए।
उधर, गृह मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय ने आप सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है कि बजट प्रस्ताव में विज्ञापन के लिए ज्यादा राशि क्यों आवंटित की गई। वहीं, आप सरकार ने कहा है कि गृह मंत्रालय झूठ बोल रहा है। सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय का कहना है कि बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य विकास कार्यों के लिए अपेक्षाकृत कम राशि का प्रावधान किया गया है। साथ ही दिल्ली सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है कि इंफ्रास्ट्रक्चर से ज्यादा विज्ञापनों पर खर्च क्यों किया जाता है। जब तक दिल्ली सरकार इस पर स्पष्टीकरण नहीं देती, तब तक गृह मंत्रालय की तरफ से अनुमोदन को पेंडिंग में रखा गया है।
रीवा मेडिकल कॉलेज के डीन बदले गए
मध्य प्रदेश में विधानसभा में भ्रष्टाचार का मामला उठने पर रीवा के श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. देवेश सारस्वत को हटा दिया गया है। उनकी जगह डॉ. मनोज इंदुरकर को डीन बनाया गया है। 20 मार्च को विधानसभा में रीवा संभाग के तीन विधायकों ने डीन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। विधायक शरदेंदु तिवारी ने मेडिकल कॉलेज के डीन पर कर्मचारियों के बिलों को रोकने का मामला ध्यानाकर्षण के जरिए उठाया। विधायक पंचूलाल प्रजापति ने डीन पर प्राइवेट अस्पताल संचालित करने का मामला उठाया था। विधायक कुंवर सिंह तेकाम ने भी पंचूलाल की बात का समर्थन करते हुए कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेज में इलाज मिलने के बजाय प्राइवेट अस्पताल में मरीजों को भेजकर लूटा जा रहा है। स्पीकर गिरीश गौतम ने मंत्री विश्वास सारंग से कहा था- डीन को हटा दें, सरकार की बदनामी क्यों कराते हैं।
ग्वालियर में जमीन मामले में OBC समाज के आरोप
ग्वालियर में शहर के आसपास के इलाके के किसानों और वहां जमीन खरीदने वाले प्रॉपर्टी डीलर और व्यापारियों के बीच हो रहे झगड़े अब जातिगत रूप लेने लगे हैं। पिछले दिनों मध्य प्रदेश चेम्बर ऑफ कॉमर्स के एक प्रतिनिधि मंडल ने एसपी से मिलकर आरोप लगाया था कि आसपास के एरिया में जमीन खरीदने वाले व्यापारियों के साथ मारपीट की जा रही है और उनसे पैसे की मांग की जा रही है । ऐसी एक घटना का उल्लेख भी किया गया था। अब इस मामले में ओबीसी समाज ने इसके जबाव में उतरकर इसे नया ही रूप दे दिया। ओबीसी समाज के लोगों ने झूठे केस दर्ज कराने के आरोप लगाते हुए एसपी ऑफिस पर प्रदर्शन किया।
ओबीसी समुदाय का आरोप है कि ग्वालियर के झांसी रोड थाना इलाके में एक प्रॉपर्टी डीलर द्वारा कोर्ट में लंबित जमीन के मामले में गुर्जर समाज के लोगों के साथ जबरन मारपीट की गई। फिर कोर्ट में लंबित जमीन की बाउंड्री वॉल बनाए जाने के बाद प्रशासन ने उल्टे गुर्जर समाज के लोगों के खिलाफ कार्रवाई की, जो गलत है। यादव समाज के नेता रूपेश यादव ने बताया कि विगत दिनों हुई घटना को लेकर गुर्जर समाज और ओबीसी महासभा से जुड़े लोग यहां एसपी ऑफिस पहुंचे और इस मामले में प्रॉपर्टी डीलर के दबाव में प्रशासन द्वारा गलत कार्रवाई की बात कही। हम लोगों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने जांच का भरोसा दिया है। चेम्बर ऑफ कॉमर्स के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी पिछले दिनों एसएसपी से मुलाकात की थी और आरोप लगाया था कि आसपास के इलाकों में व्यापारियों की जमीन है। लेकिन जब वे वहां कब्जा लेने ,बाउंड्री वॉल बनाने के लिए जाते है तो बाहुबली उनको रोकते-टोकते और पीटते हैं और जमीन पर जबरन कब्जा कर खाली करने के बदले बड़ी रकम मांगते है। इस मामले में पुलिस भी उनका साथ देती है।
महिला टीचर को भेजे जा रहे अश्लील मैेसेज-वीडियो
ग्वालियर में एक महिला टीचर को मोबाइल पर अश्लील मैसेज और वीडियो भेजने का मामला सामने आया है। महिला जब इन अश्लील मैसेज और वीडियो से परेशान हो गई तो उसने क्राइम ब्रांच मामले की जानकारी दी। इसके बाद थाना क्राइम ब्रांच ने पीड़ित महिला की शिकायत पर खिलाफ आईटी एक्ट की धारा में मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया का कहना है कि महिला शिक्षक ने शिकायत की है कि एक अनजान नंबर से उसे पिछले काफी समय से मैसेज और वीडियो भेजे जा रहे थे। टीचर नहीं जानतीं कि ये नंबर किसका है। महिला शिक्षक ने मैसेज भेजने वाले को यह रोकने के लिए कहा, लेकिन वह लगातार ऐसा करता रहा। फिलहाल केस दर्ज कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
80 लाख की ठगी का मामला, आरोपी पकड़ाया
ग्वालियर में फर्जी जमीन मालिक बताकर भूमि का अनुबंध कर 80 लाख रुपए की ठगी करने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है। यह धोखाधड़ी एक बड़े व्यापारी के साथ की गई। एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने बताया कि दिसम्बर 22 में मुरार निवासी फरियादी ने शिकायत की थी कि उनका आरोपी लाल सिंह लोधी से जमीन को लेकर 80 लाख में सौदा हुआ था। इसमें पहले तो आरोपियों ने उसे दूसरी जमीन दिखा दी, जो उनकी थी ही नहीं। फिर बताया कि उस जमीन के मालिक लाल सिंह और उसकी पत्नी है। इन दोनों को ही रजिस्ट्री कार्यालय पर ले जाकर अनुबंध करा दिया। जब व्यापारी को पता चला कि जमीन दिलाने वाले और बेचने वाले सब फर्जी है तो उसने पुलिस में शिकायत की। जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।
खबरें अपडेट हो रही है...