NEW DELHI/BHOPAL/RAIPUR. पश्चिम बंगाल और बिहार में रामनवमी (30 मार्च) के दिन से शुरू हुआ बवाल अभी तक थमा नहीं है। बिहार के नालंदा के कई इलाकों में दंगा-फसाद की खबरें हैं। लोग डरे हुए हैं। 3 अप्रैल को सासाराम में धमाका हुआ है। इससे पहले सासाराम के शेरगंज इलाके में एक धार्मिक स्थल के बाहर बम फेंका गया था, जिसमें कई लोग घायल हो गए। वहीं बिहारशरीफ में 1 अप्रैल की रात को हिंसा हुई। यहां के पहाड़पुरा इलाके में दो गुट भिड़ गए। इस दौरान 12 राउंड फायरिंग हुई, इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। उधर, बंगाल के हावड़ा के बाद हुगली में भी 2 अप्रैल को शोभायात्रा पर पत्थरबाजी और आगजनी हुई। इसमें बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष भी शामिल हुए थे। बिहार में हिंसा के बाद अब तक 109 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। उधर, बंगाल में पुलिस ने 57 से ज्यादा आरोपियों को अरेस्ट किया। बिहार के नालंदा जिले में 4 अप्रैल तक इंटरनेट बंद रहेगा। शहर में पहले से कर्फ्यू लगा हुआ है। इसके साथ ही रोहतास में 4 अप्रैल तक सभी शैक्षणिक संस्थान और इंटरनेट सेवा बंद रहेगी।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हुगली में जो घटना हुई, वह बीजेपी की पूर्व नियोजित योजना थी। ये लोग रामनवमीं के नाम पर अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। हम स्थिति का जायजा ले रहे हैं। बीजेपी देख रही है कि कौन ज्यादा हंगामा कर सकता है, दिलीप घोष या सुकांत मजूमदार? इस पर पश्चिम बंगाल में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इसे एक सुनियोजित साजिश करार देते हुए ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने दावा किया कि शोभायात्रा जब मस्जिद के पास से गुजर रही थी, तभी उसके अंदर से अचानक हमला किया गया। पुलिस तमाशबीन बनी देखती रही। घटना की एनआइए जांच होनी चाहिए।
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