NEW DELHI. तारीख 23 अगस्त 2023, दिन बुधवार, समय 6 बजकर 4 मिनट... यह कोई मामूली समय नहीं, यह वो यादगार पल है जिसे भारत जन्मों-जन्मों तक याद रखने वाला है। देश ने इसी दिन, इसी समय चांद पर सफलता का कदम रखा। इस गौरवमय क्षण के बाद पूरा भारत अपने इस उपलब्धि पर गर्वमानित है। इस दिन को हमेशा यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिन को (23 अगस्त) नेशनल स्पेस डे यानी राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाने का ऐलान किया। मोदी ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि 23 अगस्त को जब भारत ने चंद्रमा पर तिरंगा फहराया, उस दिन को हिंदुस्तान नेशनल स्पेस डे के रूप में मनाएगा। यह दिन हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा। मोदी ने चंद्रयान-3 का लैंडर जहां उतरा उसका नाम 'शिवशक्ति प्वाइंट' और चंद्रयान-2 के चंद्रमा निशान वाले स्थान का नाम 'तिरंगा प्वाइंट' रखने की घोषणा भी की।
मोदी बेंगलुरु में कमांड सेंटर पहुंचे
जब देश इतिहास रच रहा था तब प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर थे। शनिवार (26 अगस्त) को जैसे ही मोदी स्वदेश लौटे, सबसे पहले वह चंद्रयान-3 को सफल बनाने वाले सभी वैज्ञानिकों से मिलने सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर बेंगलुरु के इसरो के कमांड सेंटर पहुंचे। यहां वे चंद्रयान-3 की टीम के वैज्ञानिकों से मिले। इसरो कमांड सेंटर पर इसरो चीफ एस सोमनाथ ने मोदी को गुलदस्ता देकर स्वागत किया। मोदी ने सोमनाथ को गले लगाया और पीठ थपथपाई और चंद्रयान 3 मिशन के सफल होने पर बधाई दी। इस दौरान उन्होंने सभी वैज्ञानिकों के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाई।
बच्चों में विज्ञान के प्रति बढ़ेगी रुचि
मोदी ने कहा कि जिस दिन भारत का तिरंगा चंद्रमा पर पहुंचा, उस दिन को नेशनल स्पेस डे के रूप में मनाने से देश के बच्चों और युवाओं में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत होगी। जब कोई बच्चा रात को चांद देखेगा तो वह अनुभव करेगा कि जिस जज्बे और हौसले से देश चंद्रमा पर पहुंचा है, वही हौसला और उत्साह उस बच्चे के अंदर भी है। चंद्रयान की इस सफलता ने भारत के बच्चों में आकांक्षाओं के बीज बो दिए हैं, जो भविष्य में वटवृक्ष का रूप लेकर विकसित भारत की नींव बनेंगे और उन्हें प्रेरित करेंगे।
चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 के टचडाउन स्पॉट का नामकरण
मोदी ने चांद की उस जगह के नामकरण की भी घोषणा की है, जहां चंद्रमा के जिस स्थान पर चंद्रयान-2 ने अपने पदचिन्ह छोड़े हैं, वह प्वाइंट अब 'तिरंगा' कहलाएगा। ये तिरंगा प्वाइंट भारत के हर प्रयास की प्रेरणा बनेगा, ये तिरंगा प्वाइंट हमें सीख देगा कि कोई भी विफलता आखिरी नहीं होती। मोदी ने यह भी घोषणा करते हुए कहा कि जिस स्थान पर चंद्रयान-3 का मून लैंडर उतरा, उस स्थान को 'शिवशक्ति' के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि शिव में मानवता के कल्याण का संकल्प समाहित है और शक्ति से हमें उस संकल्प को पूरा करने का सामर्थ्य मिलता है।