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New Delhi. इन दिनों आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस की हेल्प से कमाल दिखाने वाला चैटबॉट लोकप्रिय हुआ है। इंडियन गवर्नमेंट ने संकेत दिया है कि जल्द ही देश में खुद का चैटबॉट वर्जन तैयार किया जाएगा। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मिनिस्टर अश्वनी वैष्णव ने एक बड़े ऐलान के संकेत दिए है कि इंडिया के पास खुद का एआई चैटबॉट हो सकता है और इसे जल्द लॉन्च किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री अश्वनी वैष्णव इंडिया ग्लोबल फोरम एनुअल समिट में बोल रहे थे। यहां उन्होंने बड़े ऐलान के संकेत दिए। उन्होंने कहा कि बस कुछ सप्ताह रुकिए, एक बड़ी घोषणा होगी। एक अनुमान के मुताबिक ग्लोबल चैटबॉट मार्केट साल 2030 तक 3.99 अरब डॉलर का हो सकता है। जिसमें ओपन एआई, गूगल और स्नेपचैट जैसे नाम पहले से ही शामिल हो चुके हैं। कई सारी कंपनियां भी जेनरेटिव एआई में निवेश कर रही हैं और अपने-अपने वर्जन लॉन्च करने वाली हैं।
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अश्वनी वैष्णव ने भारत में बढ़ रही स्टार्ट अप कम्युनिटी के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि सिलिकॉन वैली बैंक कोलैप्स का असर किसी भी भारतीय स्टार्टअप पर नहीं पड़ा, क्योंकि सरकार ने उनकी मदद के लिए जरूरी इंतजाम कर रखे थे। उन्होंने तकनीक के क्षेत्र में देश की मौजूदा स्थिति की भी तारीफ की और कहा कि ग्लोबल पार्टनर्स अब इंडियन स्टार्टअप के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं।
देश में बना हुआ चैटबॉट यूजर्स को जो जानकारी आउटसोर्स करके देगा, वह भरोसेमंद और आंतरिक सोर्स से जुटाई गई होगी। भारत का अपना एआई चैटबॉट सूचनाएं जुटाने का आसान और फ्री विकल्प भी हो सकता है और इससे जुड़ी जानकारी अगले हफ्ते में सामने आ सकती है।
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