अफगानिस्तान (afghanistan) पर अब तालिबान (taliban) का कब्जा हो चुका है। राष्ट्रपति अशरफ गनी पहले ही देश छोड़कर भाग चुके हैं। यहां फंसे आम लोगों के लिए बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को बड़ी राहत मिली है। भारतीयों को लाने वायुसेना सेना का विमान काबुल पहुंच चुका है। भारत के करीब 500 अधिकारी और संबंधित सुरक्षा कर्मचारी वहां फंसे हुए हैं। C-17 ग्लोबमास्टर विमान अफरा-तफरी की वजह से सुबह ताजिकिस्तान में उतरना पड़ा था। रविवार को भी 129 भारतीयों को दिल्ली लाया गया था। कुछ अफगान सांसद और डिप्लोमैट्स भी भारत पहुंच चुके हैं। अमेरिकी बलों द्वारा वहां भीड़ को नियंत्रित करने के बाद विमान अब काबुल (Kabul) में उतर पाया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय वायुसेना (indian air force) का विमान पाकिस्तानी एयरस्पेस से नहीं गुजरा बल्कि ईरान के रास्ते से काबुल पहुंचा।
तालिबान के समर्थन में पाकिस्तान
तमाम विदेशी नागरिकों के अलावा बड़ी संख्या में ऐसे अफगान नागरिक भी हैं, जो अपने ही देस को छोड़कर वहां से निकलना चाहते हैं। यहां तक कि एयरपोर्ट पर हुई फायरिंग में 5 लोगों के मरने की खबर है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (imran khan) ने तालिबान का समर्थन किया है। इमरान खान का कहना है कि अफगानिस्तान के लोगों ने गुलामी की बेड़ियां तोड़ी हैं।