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BHOPAL. भारत का बासमती चावल दुनिया में छाया हुआ है। बासमती चावल को अक्सर 'अनाज का देवता' भी कहा जाता है। भारत के बासमती चावल ने इटली के अर्बोरियो और पुर्तगाल की कैरोलिना चावल को पीछे छोड़कर नंबर वन होने का खिताब हासिल किया है। भारत के बासमती को 'विश्व में सर्वश्रेष्ठ चावल' का ताज पहनाया गया है। यह ताज TasteAtlas ने पहनाया है। बता दें, बासमती चावल को उसकी खास खुशबू, दानों को लंबा-पतला आकार और अलग स्वाद मिलता है। यह खूबियां इसे बिरयानी, पुलाव, सादे उबले चावल और यहां तक कि चावल से बनने वाले कई तरह के मीठे पकवान जैसे हलवा या खीर के लिए पसंदीदा ऑप्शन बनाती हैं।
भारत के बासमती की महक
भारत के बासमती को 'विश्व में सर्वश्रेष्ठ चावल' का खिताब मिला है। यह ताज टेस्टएटलस (TasteAtlas) ने पहनाया है। टेस्ट एटलस ने 2022-23 के लिए साल के आखिर में इस अवार्ड का ऐलान किया था। भारत के बासमती चावल ने इटली के अर्बोरियो और पुर्तगाल की कैरोलिना चावल को पीछे छोड़कर नंबर वन होने का खिताब हासिल किया है। जबकि इटली के अर्बोरियो दूसरे और पुर्तगाल के कैरोलिनो तीसरे नंबर पर रहे।
बासमती चावल एक लंबा, पतला चावल है, जो अपनी विशिष्ट सुगंध और स्वाद के लिए जाना जाता है। यह भारत, पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश में उगाया जाता है।
बासमती चावल की विशेषताएं.....
- लंबाई और पतलापन: बासमती चावल औसतन 7 से 12 इंच लंबा होता है और 1.6 से 2.5 मिमी मोटा होता है। इसका आकार एक पतले सिलेंडर जैसा होता है।
- सुगंध: बासमती चावल में एक विशिष्ट सुगंध होती है जो पकने पर तेज हो जाती है। यह सुगंध 2-एसिटाइल-1-पाइरोलाइन नामक एक यौगिक के कारण होती है।
- स्वाद: बासमती चावल का स्वाद हल्का और सुखद होता है। इसमें एक हल्का मीठापन और एक अनूठी खुशबू होती है।
- पाक गुण: बासमती चावल पकाने पर लंबा, मुलायम और फुलावदार हो जाता है। यह अन्य चावल की किस्मों की तुलना में अधिक स्वादिष्ट और सुगंधित होता है।
कहां-कहां होता है बासमती चावल का उपयोग
बिरयानी: बिरयानी एक लोकप्रिय भारतीय व्यंजन है जिसमें चावल, मांस या सब्जियों और मसाले मिलाए जाते हैं। बासमती चावल बिरयानी के लिए आदर्श है क्योंकि यह पकने पर लंबा और मुलायम हो जाता है।
पुलाव: पुलाव एक अन्य लोकप्रिय भारतीय व्यंजन है जिसमें चावल, मांस या सब्जियों और मसालों को एक साथ पकाया जाता है। बासमती चावल पुलाव के लिए भी एक अच्छा विकल्प है क्योंकि यह पकने पर लंबा और मुलायम हो जाता है।
करी: बासमती चावल का उपयोग कई प्रकार की करी के साथ भी किया जाता है, जिनमें चिकन करी, मटन करी और वेजिटेबल करी शामिल हैं। बासमती चावल करी के स्वाद को बढ़ाने में मदद करता है।
बासमती चावल की किस्में....
बासमती 370: यह बासमती चावल की सबसे पुरानी और सबसे लोकप्रिय किस्मों में से एक है। यह अपनी लंबाई, पतलेपन और सुगंध के लिए जाना जाता है।
बासमती 385: यह बासमती 370 की एक और लोकप्रिय किस्म है। यह अपनी लंबाई, पतलेपन और स्वाद के लिए जाना जाता है।
बासमती सुगंध: यह बासमती चावल की एक सुगंधित किस्म है। इसमें एक मजबूत सुगंध होती है जो पकने पर तेज हो जाती है।
बासमती पुष्प सुगंध: यह बासमती चावल की एक और सुगंधित किस्म है। इसमें एक हल्का मीठापन होता है और यह पकाने पर एक सुंदर गुलाबी रंग प्राप्त करता है।
बासमती डोमिनेंट: यह बासमती चावल की एक नई किस्म है। यह अपनी लंबाई, पतलेपन और स्वाद के लिए जाना जाता है।
बासमती चावल की किस्मों का वर्गीकरण आमतौर पर उनके आकार, पतलेपन और सुगंध के आधार पर किया जाता है। बासमती चावल की किस्में कई अलग-अलग रंगों में भी उपलब्ध हैं, जिनमें सफेद, भूरा और लाल शामिल हैं।
इन देशों में जाता है बासमती
बासमती निर्यात विकास प्रतिष्ठान के प्रभारी एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ. रितेश शर्मा के अनुसार, बासमती सऊदी अरब, ईराक, ईरान, कुवैत, ओमान, तुर्की, कनाडा, बेल्जियम, इटली, फ्रांस, मलेशिया, सीरिया, साउथ अफ्रीका, अलजीरिया, न्यूजीलैंड, पुर्तगाल, स्वीडन, जर्मनी, इजराइल, बाहरीन, ऑस्ट्रेलिया, जोरडन, नीदरलैंड, लेबनॉन, सिंगापुर, जापान, रसियन समेत करीब 150 देशों में बासमती का निर्यात होता है।