NEW DELHI. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 देश का दौरा कर गुरुवार को भारत लौट आए। दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी के साथ इस विदेश दौरे पर जाना मेरा सौभाग्य था। जयशंकर ने बताया- आज भारत को दुनिया जिस नजरिए से देख रही है, उसकी वजह पीएम मोदी का नेतृत्व है। जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी अल्बानीज का पीएम मोदी को बॉस बोलने का किस्सा भी शेयर किया।
जयशंकर के मुताबिक- मैं कुछ चीजें बताना चाहता हूं कि कैसे दुनिया हमारे प्रधानमंत्री को देखती है। सिडनी में पीएम मोदी को ऑस्ट्रेलिया के पीएम ने जो 'द बॉस' कहा था, वो उनकी स्पीच का हिस्सा नहीं था। यह उनके मन से निकली बात थी। कार्यक्रम के बाद ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने मुझे बताया था कि मोदी को 'द बॉस' बोलना मेरे मन की बात है। यह किसी स्क्रिप्ट या भाषण का हिस्सा नहीं है। यह मेरे अंदर की भावना थी।
पापुआ न्यू गिनी के पीएम मारेप ने मोदी को बताया गुरु
जयशंकर ने बताया- जब पीएम मोदी पापुआ न्यू गिनी में उतरे तो जिस तरह से वहां के प्रधानमंत्री जेम्स मारेप ने स्वागत किया, यह सबने देखा। पापुआ न्यू गिनी के पीएम मारेप ने यह तक कहा कि पीएम मोदी मेरे लिए सिर्फ एक देश के प्रधानमंत्री नहीं है, वे मेरे लिए गुरु हैं, वे तो विश्वगुरु हैं, हमें उनसे प्रेरणा मिलती है। आज तक मैंने ऐसा दृश्य नहीं देखा। ये पूरी दुनिया की सोच थी।
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- जब ऑस्ट्रेलिया जैसे देश के पीएम कहते हैं, आप ही बॉस हैं। पापुआ न्यू गिनी के पीएम कहते हैं कि आप विश्वगुरु हैं। मैं आपको बताना चाहता हूं कि जैसे आज भारत को दुनिया देख रही है, उसकी वजह पीएम मोदी की लीडरशिप है। आज अलग-अलग मीटिंग में जो बातें हो रही है, वो भारत के बदलाव की हो रही है। लोग पीएम मोदी से जानना चाह रहे थे कि कोरोना के दौरान आपने कैसे काम किया, डिजिटल इंडिया कैसे काम कर रहा है, वैक्सीनेशन कैसे किया गया? महामारी के वक्त 80 करोड़ जनता को मुफ्त राशन कैसे पहुंचाया गया? मेरा सौभाग्य था कि मैं इस दौरे पर उनके साथ था।
अमेरिकी प्रधानमंत्री बाइडन ने मांगा ऑटोग्राफ- जयशंकर
जयशंकर के मुताबिक, जापान में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम मोदी का ऑटोग्राफ मांगा था, वो उनकी निजी चाहत थी। बाइडन पीएम मोदी का बहुत सम्मान करते हैं। बाइडन कहते हैं कि मेरे ऊपर इतना दबाव है कि इतने लोग डिनर में आना चाहते हैं, ये हंसी मजाक नहीं हैं। जब भी पीएम अमेरिका में आते हैं, हमारे ऊपर दबाव होता है कि आपका किस-किससे स्वागत कराएं।